महाशिवरात्रि पर गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ पटना:आज महाशिवरात्रिपर गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ (Crowd of Devotees at Ganga Ghats on Mahashivratri) जुट रही है. राजधानी के एनआईटी घाट समेत सभी घाटों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भोलेनाथ की पूजा करने से समस्त कष्टों और पापों से मुक्ति मिलती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. आज के दिन गंगा स्नान करने से मन की शांति के साथ-साथ शरीर भी शुद्ध हो जाता है.
ये भी पढ़ें:Mahashivratri: महाशिवरात्रि पर बाबा बिटेश्वरनाथ मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
पटना एनआईटी घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़: गंगा स्नान के लिए राकेश कुमार कहते हैं कि सुबह में गंगाजल स्नान करने से एक तो स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है और दूसरी तरफ आज महाशिवरात्रि है. महाशिवरात्रि के मौके पर पवित्र मन के साथ शरीर को पवित्र करना बेहद जरूरी होता है. इसलिए गंगा स्नान करके गंगाजल लेकर के भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक कर रहे हैं. वहीं अमन कुमार का कहना है कि भले ही महाशिवरात्रि पर लड़कियां मनपसंद वर की इच्छा रखती हैं. वहीं हम लड़कों की कामना होती है कि भगवान भोलेनाथ उन्हें नौकरी और तरक्की दें.
भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व:गंगा घाटों पर बड़ी संख्या में लड़कियां और महिलाएं भी पहुंच रही हैं. प्रिया माथुर कहती हैं भगवान भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व है. भगवान भोलेनाथ की पूजा के साथ-साथ मां पार्वती की भी पूजा की जाती है. इस बात का बिल्कुल सभी लोगों का इंतजार रहता है. उन्होंने कहा कि हम घर से स्नान कर आए हैं और यहां पर बेलपत्र भांग धतूर भगवान भोलेनाथ को चढ़ाने के लिए खरीदारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि पर बिल्कुल आज हम उपवास रखे हैं.
भांग-धतूर और बेलपत्र चढ़ाने से खुश होते हैं भोलेनाथ:वहीं, नीतू कुमारी कहती हैं कि भगवान भोलेनाथ पर जलाभिषेक करने के लिए शिवालय जा रहे हैं और बेलपत्र भांग धतूर की खरीदारी कर रहे हैं. इस महाशिवरात्रि को लेकर के हम लोगों को इंतजार रहता है. उधर, पुजारी छोटेलाल कहते हैं कि आज का दिन बेहद शुभ है.
"महाशिवरात्रि के दिन गंगाजल स्नान करने से मन की शांति के साथ-साथ शरीर भी शुद्ध हो जाता है. भांग-धतूर और बेलपत्र चढ़ाने का आज विशेष महत्व है. भगवान भोलेनाथ देवों के देव हैं, जो कि भांग-धतूर और बेल पत्र से भी खुश हो जाते हैं. जो लोग सच्चे मन से नहा-धोकर पूजा करते हैं, उनको इच्छित फल मिलता है"- छोटेलाल ब्राह्मण, पुजारी