पटना:कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) के प्रति लोग जागरूक हो चुके हैं. हर कोई वैक्सीन लेने के लिए केंद्रों (Vaccination centres) का रुख कर रहा है. वहीं मसौढ़ी (Masaurhi) और धनरूआ (Dhanrua) में टीकाकरण केंद्रों पर प्रशासनिक कुव्यवस्था के कारण रोजाना हंगामा करने की तस्वीरें सामने आ रही हैं. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
यह भी पढ़ें-पटना: वैक्सीनेशन सेंटर पर सेकेंड डोज वालों की उमड़ी भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
कोरोना के खिलाफ जंग जारी है. लेकिन इस जंग को जीतने की राह आसान नहीं दिख रही है. पटना के टीकाकरण केंद्रों से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं उसने सभी की चिंता बढ़ा दी है. टीकाकरण केंद्रों पर उमड़ती भीड़ और प्रशासनिक बदइंतजामी के कारण कोरोना संक्रमण को दावत दिया जा रहा है.
'कोई व्यवस्था ही नहीं है. भीड़ इतनी हो रही है कि इससे तो और कोरोना बढ़ेगा. टीका लेने के लिए देखिए कितनी भीड़ हो रही है. सरकार की ओर से की गई व्यवस्था ठीक नहीं है.'-रमेश प्रसाद, मसौढ़ी निवासी
पटना के टीकाकरण केंद्रों की तस्वीरें डराने वाली है और यह सवाल भी उठना लाजिमी है कि करोना महामारी से बचने के लिए टीका ले रहे हैं या करोना संक्रमण को न्योता दे रहे हैं. जैसे ही सुबह मसौढ़ी स्वास्थ्य केंद्र (Health Centers Of Masaurhi) का गेट खुला लोगों ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी. स्वास्थ्यकर्मी भी इसको लेकर परेशान हैं.
'हमलोगों को बहुत परेशानी हो रही है. हम सभी दो दिन से परेशान हैं. कभी यहां तो कभी वहां भटक रहे हैं. कभी कहा जाता है कि वैक्सीन नहीं है तो कभी कहा जाता है कि एक दिन में सिर्फ सौ लोगों को ही वैक्सीन दिया जाएगा.'- शंभू प्रसाद, मसौढ़ी निवासी
बात करें मसौढ़ी अनुमंडल के धनरूआ प्रखंड की तो यहां भी टीकाकरण केंद्रों पर प्रशासनिक बदइंतजामी से लोग परेशान हैं. टीका केंद्र पर काफी संख्या में लोग टीकाकरण के लिए पहुंच रहे हैं. लेकिन केंद्र पर अधिकांश लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होने से यहां कोरोना से बचने के लिए लोग जो टीका लगा रहे हैं. उन्हीं लोगों के माध्यम से कोरोना संक्रमण भी फैल सकता है.
'लोग कुछ भी समझना नहीं चाहते हैं. भीड़ न लगाए इसके लिए समझाया जा रहा है लेकिन लोग कुछ भी सुनने को तैयार ही नहीं हैं. ऐसे ही रोज भीड़ लगाकर हंगामा किया जाता है. हमें भी चिंता होने लगी है.'- कुमारी सुमन, स्वास्थकर्मी, स्वास्थ्य केंद्र मसौढ़ी
एक तरफ सरकार कोरोना के टीका को लेकर गांव-गांव में जागरुकता अभियान चला रही है. संक्रमण से बचने के लिए लगातार लोगों को जागरूक कर रही है. वहीं दूसरी ओर टीकाकरण स्थल पर उमड़ रही लोगों की भीड़ ने प्रशासनिक व्यवस्था को आइना दिखाया है.
सवाल उठता है कि कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) जब दरवाजे पर दस्तक देने को तैयार है, ऐसे में यह लापरवाही कहां तक उचित है. आखिर प्रशासन ने पहले से ही भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए कोई इंतजाम क्यों नहीं किया.
बता दें कि राज्य सरकार ने 6 महीने में 6 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका देने का लक्ष्य रखा है. हालांकि टीका की कमी की वजह से कई केन्द्रों पर ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Minister Mangal Pandey) जरूर कहते हैं कि ससमय लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा.
यह भी पढ़ें-बिहार पुलिस भर्ती: मेडिकल टेस्ट के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां, ऐसे कैसे हारेगा कोरोना