पटना: रेलवे स्टेशन पर दूसरे का बोझ उठाने वाले कुलियों का हाल बेहाल है. कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ते कोरोनासंक्रमण के मामले को देखते हुए बिहार सरकार ने 25 मई तक लॉकडाउन लगाया है. लॉकडाउन के कारण रेलयात्री यात्रा करने से परहेज कर रहे हैं, जिस कारण से रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या कम हो गई है. जिस कारण कुलियों की कमाई लगभग खत्म हो गई है.
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कुलियों की कमाई पर असर
कुलियों के कमाई रेलवे स्टेशनों पर पहुंचने वाले यात्रियों से ही होती है. लेकिन इन दिनों यात्रियों की संख्या कम हो गई है. जिस कारण से कुलियों की कमाई लगभग बंद हो चुकी है.ऐसे में कुलियों को घर परिवार चलाने में काफी मुश्किल हो रही है.
ट्रेनों का परिचालन बंद
पटना जंक्शन से पहले जहां लगभग 140 गाड़ियां आप डाउन में गुजरा करती थी. आज मेल एक्सप्रेस और पैसेंजर मिलाकर 95 ट्रेनें गुजर रही हैं. रेल यात्रियों की संख्या कम होने के कारण ही 46 डेमू मेमू पैसेंजर ट्रेन के साथ-साथ मेल एक्सप्रेस को भी पूर्व मध्य रेल ने रद्द कर दिया है. हालांकि दूसरे राज्यों से लौटने वाले श्रमिक मजदूर लौट रहे हैं लेकिन श्रमिक मजदूर कुलियों का सहारा बहुत कम ही लेते हैं.
प्लेटफार्म हैं सुनसान
कुली, पटना जंक्शन पर बैठे यात्रियों का इंतजार करते रहते हैं. पटना जंक्शन यात्रियों से गुलजार रहने वाला पूर्व मध्य रेल का सबसे व्यस्तम रेलवे स्टेशनों में शामिल है. लेकिन इन दिनों पटना जंक्शन रेल परिसर से लेकर प्लेटफार्म तक सुनसान है. ईटीवी भारत के टीम ने पटना जंक्शन पर कार्य करने वाले कई कुलियों से बात की. कुलियों का कहना है कि जब यात्री ही नहीं है तो कमाई कैसे होगी.