पटना:सरकार द्वारा बायोमेडिकल वेस्ट एवंएक्सपायरी दवाई नष्ट करने के सख्त निर्देश के बाद भी दवा कारोबारी इसका पालन नहीं कर रहे हैं. पटना गया स्टेट हाईवे के पास धनरूआ थाना क्षेत्र के सेवधा से लक्ष्मीपुर जाने वाली सड़क पर दवा माफिया बेखौफ होकर एक्सपायरी दवा और मेडिकल वेस्ट को फेंक कर भाग जा रहे हैं.
"एक्सपायर दवाएं बायोमेडिकल तरीके से नष्ट किया जाना चाहिए, ऐसा नहीं करने से गंभीर बीमारियां के फैलने का खतरा होता है. इससे बीमारी एवं प्रदूषण फैलने का खतरा नहीं होता है. जानकारी मिलने पर उसकी जांच करवाएंगे कि किस तरह की दवा है. दवा सरकारी है या प्राइवेट कंपनियों की है.".-प्रभा रानी, चिकित्सा पदाधिकारी धनरूआ
दवा माफियाओं का सेफ जोन बना धनरूआ :केवल धनरूआ नहीं बल्कि मसौढ़ी में भी कई जगहों पर सड़क के किनारे एक्सपायरी दवा और मेडिकल वेस्ट को भी फेंक कर दवा माफिया निकल जा रहे हैं. ऐसे में आम आवाम से लेकर जानवरों को भी इससे भारी नुकसान हो सकता है. जरूरत है समय रहते इन दवा माफियों पर लगाम लगाने और कार्रवाई करने की जरूरत है.हालांकि दवा माफियाओं का इन दोनों धनरूआ सेफ जोन बन गया है.
एनजीटी के नियमों का घोर उल्लंघन:सरकार के एनजीटी के नियमों का घोर उल्लंघन हो रहा है. इसके सुधी लेने वाला कोई भी नहीं है. स्थानीय प्रशासन बेखबर है. ऐसे में लगातार दवा माफियाओं के द्वारा फेंके जा रहे एक्सपायरी दवा से जानवरों में भी बीमारियां फैल सकती है और उसे तक मनुष्यों तक भी पहुंच सकती है. ऐसे में इन दवाओं से न केवल वातावरण का प्रदूषण होने का खतरा बढ़ रहा है.