पटना:बिहार में शराब के साथ मादक पदार्थों की तस्करी कर अवैध अफीम की खेती करने वालों परआर्थिक अपराध इकाईकार्रवाई शुरू कर दी है. बिहार के साथ-साथ पूरे देश में मादक पदार्थों की तस्करी बड़े पैमाने हो रही है. जिसमें ज्यादातर युवक इसके शिकार हो रहे हैं. मौजूदा स्थिति में इस गंभीर समस्या से निबटने के लिए कई राज्यों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इस मादक पदार्थों की खेती करने वाले और तस्करी करने वालों पर कार्रवाई की है.
ये भी पढ़ें:Nawada News: वन विभाग की 2 एकड़ जमीन पर लहलहा रहा था अफीम का पौधा, पुलिस ने किया नष्ट.. देसी राइफल बरामद
पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी पर कस रही शिकंजा :दरअसल, हाल के वर्षों में बिहार भी मादक पदार्थों की तस्करी और उसके जद में आने वाले बच्चे और युवाओं को लेकर काफी चिंतित नजर आ रहे हैं. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बिहार आर्थिक अपराध इकाई एडीजी नय्यर हसनैन खान ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए पुलिस केंद्रीय नारकोटिक्स और अन्य एजेंसियों के माध्यम से पता लगाने में जुटी है. उन्होंने कहा कि तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर कार्रवाई कर रही है. जिसमें बिहार के गया जिले के बाराचट्टी और धनगई इलाके जो झारखंड बॉर्डर से सटे है.
अफीम की खेती को किया नष्ट: एडीजी नय्यर हसनैन खान ने कहा कि विगत एक साल में इन इलाकों में बिहार पुलिस की नक्सलियों पर लगातार कार्रवाई में इनका प्रभाव कम हुआ है. जिसका नतीजा है कि 2020-21 में 16 मामले दर्ज किए गए थे. जिसमें 108 लोगों को चिह्नित की गई थी. वहीं 15 लोगों को गांजा और अफीम के मामले में गिरफ्तार किये गये थे. इसके साथ-साथ 584 एकड़ भूमि पर हो रहे गांजा और अफीम की खेती को विनष्टीकरण भी किया गया.