पटना: राजधानी पटना के दानापुर में सेना बहाली कराने के नाम पर बिहार, यूपी, हरियाणा व राजस्थान के युवाओं से ठगी करने वाले गिरोह का आर्मी इंटेलिजेंस लखनउ व हरियाणा पुलिस ने संयुक्त रूप से पर्दाफाश किया है. आर्मी इंटेलिजेंस लखनऊ की टीम, हरियाणा पुलिस की विशेष टीम और पटना पुलिस ने आनंदपुरी के आरडी टावर के एक फ्लैट से गिरोह के सरगना सुनील कुमार सिंह को गिरफ्तार किया.
हरियाणा के युवा ने की थी शिकायतः गिरफ्तार सुनील को हरियाणा पुलिस ट्रांजिड रिमांड पर अपने साथ ले गई. सुनील पर आर्मी में भर्ती करवाने के लिए बिहार, हरियाणा, राजस्थान व उत्तर प्रदेश के सैकड़ों युवाओं से करोड़ों रुपए की ठगी करने का आरोप है. बताया जाता है कि सुनील दो साल से आर्मी इंटेलिजेंस लखनऊ टीम के रडार पर था. इस संबंध में राजस्थान के झुझुनू जिले के भालोट गांव निवासी जले सिंह के पुत्र अमन ने लिखित शिकायत की था.
क्या लगया था आरोपः अमन ने पुलिस को बताया था कि 2 जुलाई 2021 को समसपुर निवासी नीरज कुमार से जान पहचान हुई थी. उससे कहा था कि बेरोजगार हूं. इस पर नीरज ने अपने गांव बुलाकर सुनील कुमार, गुरजीत उर्फ गगन, मिश्रा व गुरूदीप से मुलकात करायी थी. कहा था कि रुपये लेकर सरकारी नौकरी में भर्ती करवाते हैं. पटना के सुनील ने कहा था कि दानापुर में सेना व एमईएस में बहाली शुरू है. सेना के जीडी में 6 लाख और एमईएस र्क्लक में 8 लाख रुपये की मांग की.
कैसे की ठगीः सेना में बहाल होने के जुलाई 2021 में नीरज के खाते में दो लाख भेजा था. जिसके बाद नीरज के साथ दानापुर आया. कैंट क्षेत्र में एक प्राइवेट रूम में दो व्यक्तियों ने मुझे फार्म भरवाया. मेडिकल कराया गया. उसके बाद नीरज के पास मेरिट लिस्ट भेजी गयी. मेरिट लिस्ट आते ही नीरज ने डेढ़ लाख रुपये की मांग की तो उसके गांव समसपुर में दे दिया. 10-15 दिन के बाद मेरे घर पर डाक द्वारा एक लेटर प्राप्त हुआ. लेटर में जीडी पद का ट्रेनिंग करने का प्राप्त हुआ था. लेटर पर कमांडेट का मुहर लगा था.
ट्रेनिंग लेटर फर्जी निकला : अमन ने बताया कि लेटर लेकर जब दानापुर आर्मी पहुंचा तो सैन्य अधिकारी ने कहा कि फर्जी लेटर है. जिसके बाद नीरज को बताया. नीरज ने सेना में बहाली करवाने के नाम पर धोखाधड़ी की. साढे़ तीन लाख रुपये ठगी कर ली. उन्होंने बताया कि गांव के दर्जनों युवकों से लाखों रुपये ठगी कर फर्जी ज्वाइनिंग लैटर तैयार डाक से घर पर भेजता था.