पटना:बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज हो गई है. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जोरों-शोरों से लगी हुई है और इसी के साथ ही सीटों के बंटवारे की भी चर्चा तेज हो गई है. महागठबंधन, एनडीए सरकार को हराने के लिए सभी को साथ लेकर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. वहीं, भाकपा माले भी एनडीए सरकार को हराने की पूरी कोशिश में जुट गई है.
पटना: NDA को हराने के लिए भाकपा माले महागठबंधन के साथ मिलकर लड़ेगी चुनाव - CPIM on BJP
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए सरकार को हराने के लिए भाकपा माले भी जुटी हुई है. माले नेता ने कहा कि नीतीश सरकार जनता विरोधी है. इसीलिए हराना जरूरी है. हालांकि इस बार महागठबंधन के साथ होने की वजह से माले कम सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
भाकपा माले के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने बताया कि चुनाव लड़ने का हमारा मुख्य उद्देश्य है. ये सरकार जनता विरोधी है. इसीलिए हराना जरूरी है. हम महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और एनडीए सरकार को हराएंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही महागठबंधन के सभी दलों के साथ बैठकर बातचीत होगी और सभी फैसले लिए जाएंगे. इसके साथ ही धीरेंद्र झा ने ये भी कहा कि एनडीए सरकार को हराना है, लेकिन हमें भी अनुकूल जगह महागठबंधन में मिलनी चाहिए. क्योंकि आरजेडी और कांग्रेस के बाद बिहार में भाकपा माले बड़ी पार्टी है.
महागठबंधन में जाने के कारण कम सीटों पर लड़ेगी चुनाव
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाकपा माले 99 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. लेकिन इस साल गठबंधन के साथ होने के कारण भाकपा माले कम सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सूत्रों की माने तो भाकपा माले लगभग 50 सीटों की सूची तैयार कर रखी है. लेकिन महागठबंधन में जाने की वजह से सीटों के बंटवारे में सभी को कम सीटें मिलेंगी. हालांकि बताया जाता है कि राज्य में करीब 35 जिलों में भाकपा माले की पकड़ बेहद ही मजबूत है. लेकिन गठबंधन के कारण उन्हें 15 से 25 सीटें ही मिल सकती हैं.