पटना: नीति आयोग ने गुरुवार को देश के 36 राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों के प्रदर्शन के आधार पर तैयार रिपोर्ट 'सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स इंडेक्स एंड डैशबोर्ड 2020-21' (SDG India Index) जारी की. नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार का प्रदर्शन लगातार तीसरे साल भी सबसे खराब रहा. रिपोर्ट के आने के बाद विपक्ष को सरकार को घेरने का एक और मुद्दा मिल गया है.
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CPIM ने साधा निशाना
नीति आयोग द्वारा राज्यवार विकास रिपोर्ट जारी किया गया है जिसमें बिहार सबसे निचले पायदान पर है. मामला स्वास्थ्य का हो, शिक्षा का हो या किसी अन्य का, हर चीज में बिहार पीछे जा रहा है.
'बिहार की स्थिति दिन प्रतिदिन बदतर होती जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 16 वर्षों से सत्ता में हैं, उन्हें जवाब देना चाहिए कि वह क्या कर रहे हैं. बिहार की स्थिति सुधरने के बजाय और बिगड़ती जा रही है.'-अवधेश कुमार, राज्य सचिव ,सीपीआईएम
सरकार से मांग
CPIM ने कहा है कि सरकार जनता के लिए कार्य करे क्योंकि जनता पूरी तरीके से त्रस्त हो चुकी है. नीति आयोग ने भी यह माना है कि केरल सभी मामलों में काफी बेहतर है. सीपीआईएम ने कहा कि सरकार केरल को रोल मॉडल मानकर उसी तर्ज पर बिहार में काम करे ताकि स्थिति भी बेहतर हो और अगले वर्ष बिहार रैंकिंग में आगे बढ़े.