पटना: सरकार महिला सशक्तिकरण की बातें करती है, महिलाओं को छोटे उद्योगों के लिए लोन के लिए भी प्रेरित करती है, लेकिन जब गरीब महिलाओं द्वारा लोन लिया जाता है तो उन पर किस्त वसूली का दबाव डाला जाता है. इन्हीं नारों के साथ भाकपा माले ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.
पटना: प्राइवेट बैंकों द्वारा जबरन किस्त वसूली के खिलाफ माले कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
प्राइवेट बैंकों द्वारा गरीब महिलाओं से लॉकडाउन के दौरान किस्त वसूली को लेकर दबाव बनाए जाने का विरोध करते हुए माले कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लॉकडाउन में एक तरफ तो सरकार द्वारा किस्त भुगतान में छूट देने की बात कही गई थी. वहीं दूसरी तरफ निजी बैंक के कर्मचारी जबरन क़िस्त वसूली का काम करते हैं. यह कही से गरीबों के हक में नहीं है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिस प्रकार से देश में कोरोना महामारी के कारण आर्थिक स्थिति उत्पन्न हुई है, उससे गरीबों की कमर टूट गई है.
पूरे देश में करेंगे आंदोलन
माले कार्यकताओं ने कहा कि यहां गरीबों के घर में दो वक्त की खाने के लिए पैसे नहीं हैं तो वो किस्त कहां से जमा करेंगे. सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. लेकिन सरकार इस पर ध्यान देने के बजाय बैंकों द्वारा गरीबों से जबरन किस्त वसूली का काम करवा रही है. उन्होने कहा कि इस ओर सरकार ने अगर जल्द ही कोई कठोर कदम नहीं उठाए तो आने वाले चुनाव में सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे. साथ ही जल्द से जल्द किस्त माफी पर सुनवाई नहीं हुई तो भाकपा माले पूरे देश में आंदोलन करेगी.