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बोले दीपांकर भट्टाचार्य- भाजपा का जो देश भक्ति का नारा है, वह गोडसे भक्ति की धारा है - nitish kumar

दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि हम आर्थिक भ्रष्टाचार की बात करते हैं. लेकिन नीतीश ने तो राजनीतिक भ्रष्टाचार का काम किया है. महागठबंधन के साथ रह कर उन्होंने राजनीतिक घोटाला किया है.

दीपांकर भट्टाचार्य, महासचिव भाकपा माले

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Published : May 18, 2019, 8:22 AM IST

पटनाः लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में होने वाले मतदान के लिए चुनावी शोर भले ही थम गया हो, लेकिन पक्ष और विपक्ष अभी भी आमने-सामने है. भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि इस चुनाव में भाजपा का असली चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो गया है. दरअसल, ये गोडसे भक्तों की पार्टी है.

भाजपा पर साधा निशाना
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा का चेहरा जिस तरह से बेनकाब हुआ है, उससे यह साबित होता है कि यह एक फांसीवादी पार्टी है. सचमूच यह एक अलग तरह की पार्टी है. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने डॉ भीम राव अम्बेडकर, पेरियार और लेनिन के बाद अब ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति पर हमला किया है. अब मोदी कहते हैं कि मूर्ती बनवा देंगे.

दीपांकर भट्टाचार्य, महासचिव भाकपा माले

'गोडसे भक्तों की पार्टी है भाजपा'
वहीं, उन्होंने साधवी प्रज्ञा के जरिए महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताये जाने को लेकर कहा कि यह इनके असली मंसूबे को व्यक्त करता है. क्योंकि यह गोडसे भक्तों की पार्टी है. भाजपा का जो देश भक्ति का नारा है वह दरअसल गोडसे भक्ति की धारा है.

'नीतीश के खिलाफ लोगों में आक्रोश'
माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर बिहार की जनता में आक्रोश है. यहां की जनता मोदी सरकार से मुक्ति को लेकर संकल्पित है. मुजफ्फरपुर सेल्टर होम और समान काम समान वेतन के सवाल पर नीतीश सरकार के खिलाफ लोगो में नाराजगी है. जिसका फायदा विपक्ष को मिल रहा है.

'नीतीश ने राजनातिक घोटाला किया'
वहीं, नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में जो नीतीश ने किया है, वह शायद ही देश के किसी नेता ने किया हो. हम आर्थिक भ्रष्टाचार की बात करते हैं. लेकिन नीतीश ने तो राजनीतिक भ्रष्टाचार का काम किया है. महागठबंधन के साथ रह कर उन्होंने राजनीतिक घोटाला किया है. बहरहाल, चुनावी मौसम है. हर राजनैतिक दल के जीत के दावे भी हैं. लेकिन किसके दावे में कितना दम है, यह तो 23 मई को परिणाम आने के बाद ही पता चल पायेगा.

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