पटना/सिमडेगा : बिहार की राजधानी पटना के एक सरकारी दफ्तर में कार्यरत शशांक कुमार और जर्मनी झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देशानुसार सिविल कोर्ट सिमडेगा में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा पांच दिवसीय विशेष मध्यस्थता शिविर अभियान का आयोजन किया जा रहा है. यहां गुरुवार को एक अनोखे तलाक के मामले का निष्पादन किया गया. इस मामले में पति पटना में था, जबकि पत्नि जर्मनी में मौजूद थी. वर्चुअल माध्यम से हुई सुनवाई में दोनों पक्ष ने बिना शर्त तलाक के लिए समझौता किया.
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हिन्दू मैरिज एक्ट के तहत तलाक: दोनों के बीच ये समझौता विशेषज्ञ अधिवक्ता प्रदुमन सिंह ने कराया. सुनवाई के दोरान में पति शशांक कुमार पटना से, तो पत्नी शशि नाग जर्मनी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए. दोनों ने बताया कि वे दोनों अलग-अलग देश में रहते हैं और आत्मनिर्भर हैं. दोनों करीब 3 वर्षों से अलग हैं. वे आपसी सहमति से बिना किसी शर्त के अलग होना चाहते हैं. जिसके बाद हिंदू मैरेज एक्ट के तहत तलाक के लिए दोनों का समझौता कराया गया.
2017 में हुई थी शादी: शशि नाग मूल रूप से सिमडेगा जिले के कोलेबिरा थाना इलाके में रहती हैं. वहीं, शशांक कुमार पटना के रहने वाले हैं. दोनों की शादी 2017 में बानो थाना क्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिर केतुंगाधाम में हुई थी. कुछ माह बाद शशि जर्मनी चली गईं. वहीं, शशांक पटना में सरकारी जॉब करने लगे. करीब 3 वर्षों तक अलग-अलग रहने के बाद दोनों ने हमेशा के लिए अलग होने का फैसला लिया.
सिमडेगा कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंस पर सुनवाई: इसके बाद दोनों ने संयुक्त रूप से सिमडेगा कोर्ट में पीडीजे के यहां तलाक के लिए आवेदन दिया. इसपर गुरुवार को सुनवाई हुई और बाबत जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव मनीष कुमार सिंह ने बताया कि पारिवारिक मामलों के निष्पादन के लिए 20 से 24 जून तक विशेष मध्यस्थता अभियान का आयोजन किया गया है. जिसमें गुरुवार को जिले में तलाक के पहले ऐसे मामले का निष्पादन हुआ, जिसमें दोनों पक्ष अलग-अलग देश में रह रहे हैं.