पटना: साल 2020 का तीसरा महीना शुरू हो गया है. लेकिन अभी तक राजधानी पटना के नाले की सफाई शुरू नहीं हो पाई है. पिछले साल बारिश के बाद जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. जलजमाव की वजह नाले की सफाई नहीं होना सामने आया था. इस को ध्यान में रखते हुए सरकार अब हर साल राजधानी पटना के नालों की सफाई साल में तीन बार कराने का फैसला लिया है.
3 महीने में आयुक्त का तबादला
नाले की सफाई के लिए कैबिनेट से भी मंजूरी दिला दी गई है. नाले की सफाई का जिम्मा पटना नगर निगम को दिया गया है. लेकिन अभी तक नाले की सफाई शुरू नहीं हो पाई है. इस संबंध में पटना नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी ने नाले की सफाई नहीं होने पर अपनी लाचारी गिनाई. उन्होंने कहा कि सरकार हर 3 महीने में नगर आयुक्त का तबादला कर देती है. जिसकी वजह से शहर के विकास का काम करने में बाधा उत्पन्न हो जाती है.
'निगम में ऑफिसर की कमी'
इंद्रदीप चंद्रवंशी ने आगे बताया कि पिछले साल बारिश के बाद जिस तरह से शहर में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हुई थी और निगम नाले की सफाई समय पर नहीं करा पाई. इसका कारण है कि पटना नगर निगम में जितने भी ऑफिसर चाहिए, सरकार उसे मुहैया नहीं करा पा रही है. जिसकी वजह से काम करने में निगम प्रशासन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जलजमाव से निगम ने लिया सबक
निगम प्रशासन का दावा है कि पिछले साल जिस तरह से जलजमाव हुए थे. उसे ध्यान में रखते हुए इस बार ऐसी स्थिति उत्पन्न ना हो, उसे लेकर निगम प्रशासन राजधानी पटना के 9 बड़े नाले की सफाई के लिए ओपन टेंडर की गई है. राज्य के बाहर से कई कंपनियों ने नाले की सफाई के लिए टेंडर भी लिया है. लेकिन दो बड़े नालों की टेंडर कोई बड़ी कंपनी नहीं ले पा रही है. सरकार की तरफ से जितने भी पटना नगर निगम में अधिकारी आते हैं, नगर निगम को समझते हैं तब तक उनका ट्रांसफर कर दिया जाता है. ऐसे में काम करने में बहुत ही कठिनाई आती है.
कब होगी नाले की सफाई
गौरतलब है कि 2020 में पटना शहर डूबे नहीं इसको लेकर सरकार लाख दावा कर ले कि इस साल नाले की सफाई अच्छे से करा दी जाएगी. लेकिन पटना नगर निगम अपनी लाचारी गिनाते नहीं थक रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि राजधानी के नाले की सफाई कब शुरू होगी.