पटना: चीन में कोरोना (China Covid Cases) के कहर को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के एडवाइजरी के बाद बिहार सरकार भी सतर्क हो गई है. बुधवार (21 दिसंबर) शाम 4 बजे तक बिहार में कोरोना पॉजिटिव 3 एक्टिव मरीज हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह बताया नहीं किया गया है कि इन 3 मरीजों में कोरोना के कौन से वैरिएंट हैं. वहीं, कोरोना के चाइनीज वेरियंट बीएफ 7 (Coronavirus BF 7 Variant) को लेकर बिहार में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है.
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कोरोना वेरियंट बीएफ 7 को लेकर बिहार में अलर्ट:पिछले 24 घंटे में कुल 46,500 सैम्पल की जांच हुई है. बिहार में कोरोना पॉजिटिव कुल 8,39,059 मरीज ठीक हुए हैं. बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 98.555 है. यह जानकारी बिहार स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है. हालांकि, देश में BF 7 वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद से बिहार के लोग भी चिंता में हैं.
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर रैंडम टेस्ट का आदेश : राज्य में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए मॉल, शॉपिंग सेंटर और सिनेमा हॉल अधिकारियों को एक एडवाइजरी भी जारी की गई है. अधिकारियों को हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर रैपिड एंटीजन टेस्ट करने (bihar government orders Rapid Test) और संदिग्ध मामलों को आरटी पीसीआर टेस्ट और जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए अस्पतालों में भेजने के लिए कहा गया है.
बिहार में सभी अस्पताल अलर्ट पर :चीन में कोविड के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय की एडवाइजरी पर बिहार में भी सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना, (आइजीआइएमएस) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के 15 बेड सुरक्षित किए गए हैं. आईजीआईएमएस में 15 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है और जीनोम लैब में भी डॉक्टरों को अलर्ट किया गया है. आईजीआईएमएस में टीम भी गठित कर दी है. बुधवार को आईजीआईएमएस के साथ बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग की बैठक भी हुई थी.
स्वास्थ्य अधिकारी अलर्ट मोड पर :इस बीच उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जो स्वास्थ्य मंत्री भी हैं, ने कहा कि बिहार सरकार कोविड-19 मामलों से निपटने के लिए तैयार है. तेजस्वी ने कहा कि, हमारे स्वास्थ्य अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं और सभी अस्पतालों को आवश्यक उपाय करने के लिए कहा गया है. बिहार देश का एकमात्र राज्य है जिसने कोरोना के परीक्षण को नहीं रोका है. हम परीक्षण कर रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर डेटा अपलोड कर रहे हैं.
नीतीश बोले- 'हम पहले से अलर्ट' : इससे पहले बुधवार को केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों को नई एडवाइजरी जारी की है. जिसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कोरोना को लेकर हम लोग पहले से सक्रिय (COVID situation in Bihar) है. कोरोना की जांच हम लोगों ने बंद नहीं (Bihar alert on corona cases) की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, जितनी संख्या में बिहार में कोरोना की जांच हुई है, उतनी शायद कहीं और नहीं हुई है. अकेले बिहार में सिर्फ आठ लाख जांच हुई है और पूरे देश में करीब साढ़े 6 लाख. बिहार में कोरोना का जांच और टीका (वैक्सीनेशन) सबसे ज्यादा किया जा रहा है. बिहार में केस कम है.'
कोरोना पर केन्द्र की नई एडवाइजरी :बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि कोरोना के दर्ज हो रहे मामलों का सैंपल INSACOG (Indian SARS CoV 2 Genomics Consortium) प्रयोगशाला भेजा जाएं, जिससे ये पता चल सके कि कोरोना का कोई नया वेरिएंट तो नहीं. ऐसे में अगर नया वेरिएंट सामने आता है तो उसे ट्रैक किया जा सके.
''सभी लोग बूस्टर डोज हर हाल में लगवाएं और भीड़ में जब भी जाएं तो मास्क जरूर लगाएं. घबराने की जरूरत नहीं है पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग हो रही है. कोरोना को लेकर सरकार गंभीर है और हर हफ्ते इसकी समीक्षा करेगी. COVID अभी खत्म नहीं हुआ है. मैंने सभी संबंधितों को सतर्क रहने और निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया है. हम किसी भी स्थिति का प्रबंधन करने के लिए तैयार हैं.''- वी के पॉल, नीति आयोग के सदस्य