पटना :देश में कोरोना से मौत के मामले में महाराष्ट्र टॉप पर है. वहीं, बिहार का स्थान 14 वां है. प्रवासियों की बिहार वापसी से भले ही कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव केस बढ़े हों, लेकिन कोरोना से मौत के मामले में बिहार का स्थान 14वां है. इस महामारी से सर्वाधिक मौत महाराष्ट्र में हुई है. बिहार में कुल संक्रमितों की संख्या 761 है. इनमें से अब तक 377 लोग कोरोना को पराजित कर चुके हैं. बिहार में कोरोना पॉजिटिव कुल छह लोगों की अब तक मौत हुई है. वहीं, महाराष्ट्र में अब तक 22 हजार से अधिक मरीजों में 4199 मरीज ठीक हुए हैं और 832 संक्रमितों की मौत हो चुकी है.
कोरोना से मौत के मामले में बिहार 14 वें स्थान पर, देखें पूरे देश की स्थिति
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने जानकारी दी कि बिहार में कोरोना संक्रमण की स्थिति दूसरे राज्याें की अपेक्षाकृत काफी नियंत्रण में है. दूसरे राज्यों में संक्रमितों की संख्या भी बिहार के मुकाबले काफी है. बिहार में भी मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन संक्रमण से मौत के मामले में बिहार अपेक्षाकृत कम है.
बिहार में संक्रमण से मौत :
पहली मौत | मुंगेर | दोनों किडनी फेल |
दूसरी मौत | पूर्वी चंपारण | कैंसर का मरीज |
तीसरी मौत | वैशाली | ब्रेन ट्यूमर का मरीज |
चौथी मौत | रोहतास | कैंसर का मरीज |
पांचवी मौत | सीतामढ़ी | कैंसर का मरीज |
छठी मौत | बेलछी | फेफड़े का संक्रमण |
राज्य | संक्रमित | ठीक हुए | मृत्यु |
महाराष्ट्र | 22171 | 4199 | 832 |
गुजरात | 8195 | 2545 | 493 |
दिल्ली | 7233 | 2129 | 73 |
तमिलनाडु | 7204 | 1959 | 47 |
राजस्थान | 3940 | 2264 | 110 |
मध्यप्रदेश | 3614 | 1676 | 215 |
उत्तर प्रदेश | 3467 | 1653 | 79 |
आंध्रप्रदेश | 2018 | 998 | 45 |
प. बंगाल | 1939 | 417 | 185 |
पंजाब | 1877 | 168 | 31 |
तेलंगाना | 1196 | 751 | 30 |
जम्मू-कश्मीर | 879 | 427 | 10 |
कर्नाटक | 862 | 426 | 31 |
बिहार | 761 | 377 | 06 |
'बिहार में भी बढ़ रहे हैं मामले'
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने जानकारी दी कि बिहार में कोरोना संक्रमण की स्थिति दूसरे राज्याें की अपेक्षाकृत काफी नियंत्रण में है. दूसरे राज्यों में संक्रमितों की संख्या भी बिहार के मुकाबले काफी है. बिहार में भी मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन संक्रमण से मौत के मामले में बिहार अपेक्षाकृत कम है. महत्वपूर्ण यह है कि पिछले 50 दिनों में बिहार में संक्रमण की वजह से सिर्फ छह मौतें हुई है. लेकिन जो मौत हुई है, उनमें अधिकांश मरीज दूसरी तरह की गंभीर बीमारियों के शिकार थे.