पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण पर लगभग काबू पा लिया गया है. साथ ही रिकवरी रेट भी बिहार में सबसे ज्यादा है. वहीं बदली परिस्थितियों में होली से पूर्व प्रवासी बिहारी को लेकर बिहारवासियों की चिंताएं बढ़ गई है. सरकार ने भी मामले को गंभीरता से लिया है. साथ ही होली के मौके पर भीड़-भाड़ से फिलहाल रोक लगा दी गई है.
इसे भी पढ़ें:राबड़ी की गैर मौजूदगी का दिख रहा असर, विधान परिषद में कुंद पड़ी विपक्ष की धार
संक्रमण को लेकर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक
कोरोना वायरस ने एक बार फिर बिहारवासियों को डराना शुरू कर दिया है. पिछले साल होली के मौके पर बिहार के बाहर से लाखों लोग आए थे. जिससे बिहार संक्रमण की चपेट में आ गया था. वहीं एक बार फिर एक साल बीत जाने के बाद होली के मौके पर बिहारवासी कोरोना संक्रमित राज्यों से लौटने वाले हैं. ऐसे में बिहार सरकार की चिंताएं बढ़ गई है. बता दें कि क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक का दौर चल रहा है. फिलहाल सरकार ने होली के मौके पर भीड़-भाड़ या फिर होली मिलन समारोह पर रोक लगा दी है.
बिहार का रिकवरी रेट सबसे ज्यादा
भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने कहा है कि सरकार को सचेत रहने की जरूरत है. जो लोग दूसरे राज्यों से आए हैं, उनकी जांच कराई जाए और लोगों को वैक्सीन के लिए जागरूक किया जाए. विधायक ने कहा कि अब तक की जो तैयारी है, उसे लेकर संतुष्ट नहीं है.