पटना: राजधानी के पीएमसीएच अस्पताल में आने वाले कुछ दिनों में कोरोना के गंभीर मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी से इलाज संभव हो सकेगा. अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी शुरू करने की दिशा में काम शुरू हो चुका है और पीएमसीएच के ब्लड बैंक में प्लाज्मा बैंक खोला जा रहा है. बता दें कि पीएमसीएच के कोविड-19 वार्ड में कोरोना पेशेंट के लिए 108 बेड मौजूद है जिनमें 25 बेड पर वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध है और कोविड-19 वार्ड में ही जरूरतमंद कोरोना पेशेंट के लिए डायलिसिस और एक्स-रे की भी सुविधा पहले से उपलब्ध है.
पीएमसीएच में जल्द शुरू होगा कोरोना मरीजों का प्लाज्मा थेरेपी से इलाज
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ विमल कारक ने कहा कि कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज करने में प्लाज्मा थेरेपी काफी हद तक कारगर है और इसे शुरू करने की दिशा में कई दिनों से पीएमसीएच प्रबंधन लगा हुआ था. वहीं उन्हें उम्मीद है कि यह सुविधा अस्पताल में आने वाले 1 सप्ताह में शुरू हो जाएगी और कोरोना पेशेंट को हर संभव उचित इलाज मुहैया कराया जाएगा.
पटना एम्स प्रशासन को लिखा गया पत्र
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ विमल कारक ने जानकारी दी कि ब्लड बैंक में प्लाज्मा एफ्रेसिस मशीन लगाई जा रही है और यह मशीन बीएमएसआईसीएल से अस्पताल के लिए स्वीकृत हो गया है और जल्द ही अस्पताल में पहुंच जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके साथ ही उन्होंने इस मशीन से प्लाज्मा डोनेशन लेने के लिए और प्रशिक्षण देने के लिए पटना एम्स प्रशासन को पत्र भी लिखा है. पटना एम्स से प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वास्थ्य कर्मी गंभीर रोगियों को आने वाले दिनों में प्लाज्मा चढ़ाएंगे.
एक सप्ताह में इलाज किया जाएगा शुरू
डॉ विमल कारक ने कहा कि कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज करने में प्लाज्मा थेरेपी काफी हद तक कारगर है और इसे शुरू करने की दिशा में कई दिनों से पीएमसीएच प्रबंधन लगा हुआ था. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह सुविधा अस्पताल में आने वाले 1 सप्ताह में शुरू हो जाएगी और कोरोना पेशेंट को हर संभव उचित इलाज मुहैया कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी शुरू होने से यह भी फायदा होगा कि जिनका प्लाज्मा डोनेशन लिया जाएगा उनका यह जांच भी होगा कि ऐसे लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटीबॉडी बना है या नहीं. उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रबंधन मरीजों को हर संभव बेहतर ट्रीटमेंट उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है.