पटना (दानापुर):कोरोना संक्रमण महामारी की बढ़ती रफ्तार के साथ ही अस्पतालों में संकट है. लोगों को अस्पताल में इलाज कराने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड, वेंटिलेटर और आईसीयू के लिए जुझना पड़ रहा है. अनुमंडलीय अस्पताल में कोरोना मरीजों का उपचार के लिए भर्ती नहीं किया जा रहा है. जबकि सगुना मोड़ स्थित हाईटेक इमरजेंसी अस्पताल और समय अस्पताल में कोरोना मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किया जा रहा है. हाईटेक अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 30 बेड हैं. जिसमें पांच आईसूयी व तीन वेंटिलेटर है. जिसमें 24 कोरोना मरीज भर्ती हैं.
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अस्पताल प्रबंधक अभय पाण्डेय ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी है. जिससे कोरोना मरीजों को परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि इसको लेकर डीसीएलआर से भी शिकायत की गयी है. जिसको लेकर डीसीएलआर रवि राकेश ने अंबेदकर पथ स्थित गायत्री गैस एजेंसी में छापेमारी भी किया.
दो दिन पहले कोरोना मरीज को अस्पताल से भगा दिया गया था
बता दें कि दो दिन पूर्व में कोरोना मरीजों को अस्पताल से भाग दिया गया था. जिससे मरीजों को लेकर परिजनों निजी अस्पताल में भटकना पड़ा था. इस समय अस्पताल में 50 कोरोना मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है. दो दिन पूर्व कोरोना मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं लिया गया. जिससे परिजनों को कोरोना मरीज को लेकर निजी अस्पताल में भटकना पड़ा था. अस्पताल के डॉ अखिलेश सिंह से फोन पर संपर्क किया तो फोन नहीं उठाया.
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मरीज के परिजनों को परेशान करने पर होगी कार्रवाई
सगुना मोड़ स्थित दो निजी अस्पताल में कोविड के मरीजों का इलाज किया जा रहा है. वहीं डीसीएलआर रवि राकेश ने बताया कि निजी अस्पताल संचालकों को कोरोना मरीजों को भर्ती कर उपचार करने के लिए निर्देश दिया गया है. साथ ही मरीजों को परिजनों को परेशान नहीं करना है. अगर ऐसी सूचना मिलेगी तो, वैसे निजी अस्पताल संचालकों पर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की कमी के बारे में निजी अस्पताल संचालकों द्वारा सूचना दी गयी है. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की व्यवस्था कराया जा रहा है. ताकि कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की कमी नहीं हो.