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लॉकडाउन 2.0 : बिहार ने केंद्र सरकार से की ऋण सीमा बढ़ाने की मांग

मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि एक संक्रमित व्यक्ति काफी लोगों को संक्रमित कर सकता है. बिहार में अधिकांश मामले इसी तरह के हैं. इसके प्रति लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है.

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Published : Apr 24, 2020, 7:40 AM IST

Updated : Apr 24, 2020, 9:21 AM IST

पटना:कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन 2 का आज नौंवा दिन है. इन सब को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने बहुत ही बढ़िया कदम उठाया और कोटा 300 बसें भेजकर अपने छात्रों को वापस बुला लिया. बिहार के कई छात्र कोटा में हैं और नीतीश कुमार से गुहार लगा रहे हैं कि हम लोगों को वापस बुला लीजिए, लेकिन नीतीश जी कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं.

कोटा मामला: पटना HC ने 27 अप्रैल तक मांगा जवाब
कोरोना वायरस के बचाव के लिए जारी लॉकडाउन की वजह से कोटा में बिहार के काफी बच्चे फंसे हुए हैं. छात्रों को घर वापस लाने के लिए दायर जनहित याचिका पर पटना हाइकोर्ट ने सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को 27 अप्रैल तक जवाब देने का निर्देश दिया है.

प्रवासी मजदूरों पर सरकार की कड़ी नजर
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्क्रीनिंग की प्रकिया जोर-शोर से जारी है. साथ ही विदेश और बाहर से आये लोगों की जांच की जा रही है. बाहर से आये लोगों को स्कैनिंग चल रही है. साथ ही माइग्रेंट लेबर की तेजी से पहचान करके उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है.

लॉकडाउन का उल्लंघन: गया से पटना पहुंचे मांझी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के प्रमुख जीतन राम मांझी की ओर से लॉकडाउन नियमों के उल्लंघन का मामला सामने आया है. जीतन राम मांझी गया स्थित अपने पैतृक गांव महकार से अपने काफिले के साथ 100 किलोमीटर से अधिक का सफर तय कर पटना पहुंचे.

ऋण सीमा बढ़ाने की मांग की
बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से एफआरबीएम एक्ट के तहत सकल राज्य घरेलू उत्पाद के 3 प्रतिशत तक ऋण लेने की सीमा को बढ़ाकर 4 प्रतिशत करने की मांग की है. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को बताया कि पिछले वर्ष की आर्थिक सुस्ती और कोरोना वायरस के संक्रमण के इस दौर में नगण्य राजस्व संग्रह के कारण केंद्र और बिहार सहित अन्य राज्य सरकारें भीषण वित्तीय संकट के दौर से गुजर रही हैं.

'परेशान है बेटा, कुछ हुआ तो कर लूंगा सुसाइड'
लॉकडाउन के दौरान राजस्थान के कोटा में फंसे बिहार के हजारों बच्चों का दर्द किसी से छिपा नहीं है. ईटीवी भारत से ऐसे ही एक पिता ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. साथ ही कहा है कि अगर बेटे को कुछ हुआ तो वो आत्महत्या कर लेंगे.

'नीतीश अंकल, प्लीज हमें बिहार बुला लो'
पटना: कोटा के राजस्थान में बिहार के हजारों छात्र फंसे हुए हैं. अपने दर्द को बयां करते हुए छात्र लगातार वीडियो जारी कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि वो डिप्रेशन में जा रहे हैं. नीतीश सरकार से घर वापसी को लेकर अपील करते छात्रों के दर्द को देख उनके परिजनों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ रही हैं. छात्रों के वीडियो जारी कर कहा है कि, 'ठीक से खाना नहीं मिल रहा है. एक कमरे में चार छात्र एक साथ रहते हैं, ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग भी नहीं हो पा रही है. नीतीश अंकल प्लीज हमें बुला लो.'

Last Updated : Apr 24, 2020, 9:21 AM IST

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