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लॉकडाउन 2.0 : बिहार में चार लाख से अधिक घरों की स्कैनिंग

बिहार के नालंदा, पटना, वैशाली और मुंगेर जिलों में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 6 नये मामले सामने आने के साथ ही प्रदेश में कुल ऐसे मामले बढ़कर 72 हो गये हैं. इनमें से एक की 21 मार्च को मौत हो गयी थी.

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Published : Apr 16, 2020, 7:34 AM IST

पटना:बिहार सरकार ने कोरोना पर जीत हासिल करने के लिए इस महामारी की चपेट में आए इलाकों में डोर टू डोर स्कैनिंग का काम शुरू कर दिया है. पहले चरण में राज्य के चार कोरोना प्रभावित जिले सिवान, बेगूसराय, नवादा और नालंदा में स्कैनिंग शुरू की है.

इस बीच, बुधवार को विकास आयुक्त की अध्यक्षता में 4 सदस्यीय कमेटी बनाई गई. राज्य की 15 करोड़ रुपये तक की योजनाओं के लिए अब विकास आयुक्त की अध्यक्षता में गठित स्क्रीनिंग कमेटी की मंजूरी आवश्यक होगी. लेकिन कोविड-19 से संबंधित योजनाओं के अलावा सभी प्रकार की पेयजल योजना, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना समेत कुछ अन्य योजनाओं को इससे बाहर रखा गया है.

नेपाल के रास्ते घुसपैठ नामुमकिन- DGP
जमातियों के खिलाफ निकले लुकआउट सर्कुलर पर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने स्पष्ट किया है कि बिहार में एक भी जमाती नहीं हैं. बल्कि, टूरिस्ट वीजा के नियमों का उल्लंघन कर धर्म का प्रचार करने वाले सभी 40 लोगों को पुलिस ने सोमवार को जेल भेजा है. इनमें 11 बक्सर, 18 अररिया, 11 किशनगंज जिले में थे. सभी लोग इंडोनेशिया और मलेशिया के रहने वाले हैं. सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज गया है.

लॉकडाउन 2.0 को लेकर पुलिस और सख्त
पुलिस मुख्यालय ने पूरे बिहार का आंकड़ा जारी करते हुए बताया है कि 24 मार्च से 15 अप्रैल की शाम 6 बजे तक कुल 1078 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं, 857 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस दौरान 23033 वाहनों को जब्त किया गया. जबकि 5 करोड़ 35 लाख 17 हजार 278 रुपये का जुर्माना वसूला गया.

मजदूरों के भोजन की व्यवस्था करा रही है सरकार
पूरा देश लॉकडाउन रहेगा. इसकी वजह से दिल्ली में भारी संख्या में बिहारी मजदूर फंसे हुए हैं. उन्हें खाने पीने की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए बिहार सरकार रोज करीब 20 हजार बिहारी मजदूरों को दिल्ली में भोजन उपलब्ध करा रही है. बिहार सरकार ने दिल्ली में 10 जगहों पर भोजन केंद्र की व्यवस्था की है. सभी केंद्रों पर कोरोना को लेकर सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है.

गयाः मोक्षनगरी में लॉकडाउन की वजह से नहीं आ रहे हैं शव
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू लॉक डाउन का असर विश्व प्रसिद्ध मोक्षधाम पर भी पड़ रहा है. विष्णुपद मंदिर के बगल में स्थित श्मशान घाट पर लॉक डाउन की वजह से शव नहीं आ रहे हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार गया जी में हर दिन एक पिंड और मुंड पड़ना चाहिए. इस मान्यता को जीवित रखने के लिए पंडा समुदाय के साथ डोम राजा भी चिंतित हैं.

आंध्र प्रदेश के स्कूल में फंसे बिहार के 200 बच्चे
कोरोना के कहर ने आमजन जीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है. देश में लॉकडाउन की वजह से कई लोग दूसरे प्रदेशों में फंसे हुए हैं. इस बीच इसकी अवधि को भी विस्तारित कर दिया है. इस लॉकडाउन में बिहार के पटना, कटिहार, पूर्णिया, भोजपुर सहित अलग-अलग जिलों के करीब 200 स्कूली बच्चे और उनके परिजन भी आंध्र प्रदेश में फंसे हुए हैं.

लॉकडाउन के दौरान बढ़े ब्रेन स्ट्रोक्स के मरीजंं
कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है. पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में इमरजेंसी मेडिकल सुविधा लगातार जारी है. बिहार के कई जिलों से मरीजों का आना भी जारी है. संस्थान के मेडिकल सुपरिटेंडेंट मनीष मंडल के अनुसार लॉकडाउन के दौरान ब्रेन स्ट्रोक के ज्यादा मरीज आईजीआईएमएस पहुंच रहे हैं.

कोरोना महामारी के बीच वॉरियर्स बनकर उभरे हैं फार्मासिस्ट
कोरोना संकट के बीच डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मी भगवान के रूप में लोगों की जान बचाने में जी जान से लगे हुए हैं. इन्हीं में से एक फार्मासिस्ट है, जो कोरोना संक्रमित की जांच प्रक्रिया से लेकर अन्य कई भूमिकाओं में लीड रोल अदा कर रहे हैं.

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