पटना: कोरोना संक्रमण के संकट के बीच जारी 21 दिनों के लॉकडाउन की अवधि में बढ़ाए जाने को लेकर बिहार सरकार केंद्र सरकार के फैसले का इंतजार कर रही है. वैसे अभी तक के संकेतों से लॉकडाउन में विस्तार तय माना जा रहा है.
बता दें कि कोरोना वायरस का कहर तेजी से फैल रहा है. इसके मद्देनजर यह आशंका जताई जा रही है कि केंद्र सरकार देश को तीन जोन में बांट सकती है. यह बंटवारा उस इलाके (जिले) में मिले कोरोना मामलों के हिसाब से किया जाएगा. यह जानकारी सरकारी सूत्रों से पता चली है. सूत्रों का कहना है कि 14 अप्रैल के बाद बढ़ने जा रहे दूसरे चरण के लॉकडाउन के दौरान देश को कोरोना के खतरे के मद्देनजर रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोनों में बांटा जा सकता है.
बिहार के 5 लाख लोगों के खाते में 1-1 हजार रुपये भेजे गए
मुख्यमंत्री और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री लगातार कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं और कई दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं. अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार में 150 राहत केंद्र चल रहे हैं, जिसमें 20500 से अधिक लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है. करीब 8, 53,000 लोगों ने मुख्यमंत्री राहत कोष से 1000 रुपये के लिए आवेदन किया था. जिसमें से 5 लाख 22 हजार को राशि दे दी गई है.
7 दिन पैदल चलकर सैकड़ों मजदूर पहुंचे सुपौल
रविवार को 103 से अधिक की संख्या में सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया सहित अन्य जिलों के मजदूर उत्तर प्रदेश से पैदल चलकर सुपौल पहुंचे. जहां प्रशासन की मुस्तैदी से उन्हें डिग्री कॉलेज के पास रोककर हजारी उच्च माध्यमिक विद्यालय गौरवगढ़ में बने अस्थाई क्वारंटाईन सेंटर में रखा गया.
लॉकडाउन का उल्लंघन: 54 लोग गिरफ्तार, 46 पर FIR
पूरे राज्य में रविवार को लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले कुल 46 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है, वहीं 54 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस मुख्यालय ने पूरे बिहार में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों का आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि 24 मार्च से लेकर 12 अप्रैल की शाम 6 बजे तक कुल 908 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है, वहीं 706 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. 15818 वाहनों को जब्त किया गया है और 3,65,51,815 रुपए का चालान काटा गया है.
मोतिहारी में घुसपैठ पर नजर रखेगी तीसरी आंख
पड़ोसी देश नेपाल के एक तस्कर द्वारा भारत में "कोरोना बम" के रुप में लोगों को भेजे जाने की तैयारी किए जाने के खुलासा के बाद भारतीय सीमा को पूर्णतः सील कर दिया गया है. एसएसबी और पुलिस के जवान सीमा पर घुसपैठ का प्रयास करने वालों पर नजर रख रहे है. पूर्वी चम्पारण के डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने रक्सौल और सिकरहना के अनुमंडल पदाधिकारी को नेपाल से सटे भारत के सीमावर्ती स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने का आदेश दिया है, ताकि लॉकडाउन के दौरान बॉर्डर पार करने का प्रयास करने वालों पर नजर रखी जा सके.