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बिहार: 14 दिनों के लिए और बढ़ सकता है लॉकडाउन, PM मोदी जल्द कर सकते हैं ऐलान

पीएम मोदी ने संकेत दिए हैं कि लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है. इसके साथ ही इसको 30 अप्रैल से आगे बढ़ाए जाने की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया है.

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Published : Apr 12, 2020, 7:57 AM IST

पटना: कोविड-19 संकट से निपटने के लिये प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी, जिसकी अवधि 14 अप्रैल तक है. वैसे, अभी तक के संकेतों के मुताबिक लॉकडाउन में विस्‍तार तय माना जा रहा है.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ लॉकडाउन को आगे बढ़ाने व अन्य मसलों पर चर्चा की. चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने देश के नाम किए संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि जान है तो जहान है और हर नागरिक की जान है. कोरोना को खत्म करने के लिए लॉकडाउन के अलावा और कोई विकल्प नहीं है.

कोरोना संकट: बिहार आएगी केंद्र की स्पेशल टीम
केन्द्र सरकार ने बिहार में कोरोना संक्रमितों के बढ़ते आंकड़े को गंभीरता से लिया है. जिसके चलते केंद्र सरकार ने बिहार में एक स्पेशल टीम भेजने का फैसला किया है. यह टीम राज्य में कोरोना से उत्पन्न हालात के बाद सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा करेगी. खासतौर से वैसे जिले और इलाके का जहां कोरोना वायरस के ज्यादा मामले सामने आए हैं. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात पर केंद्र सरकार भी अपनी नजर बनाए हुए हैं.

कई जिलों में एनडीआरएफ तैनात
वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने में जिला प्रशासन और मेडिकल टीमों की मदद करने के लिए बिहटा (पटना) में स्थित 9 बटालियन एनडीआरएफ की 15 सब-टीमों को बिहार के सीवान, मुंगेर, बेगूसराय, गया, पटना, नालन्दा तथा नवादा जिलों में तैनात किया गया है.

Lockdown में पॉकेट मनी से भर रहे गरीबों का पेट
कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच राजधानी के कुछ युवा मसीहा बनकर सामने आए है. हर दिन 300 से ज्यादा पैकेट भोजन बनाकर गरीबों में बांट रहे हैं. ये युवा राजधानी पटना में रहकर पढ़ाई करते हैं. पढ़ाई के साथ पॉकेट मनी के तौर पर घर से जो पैसे मिलते है, उन पैसों से बचत करके ये युवा इन बेसहारा गरीब लोगों की मदद कर रहे हैं.

लॉक डाउन से कैब मालिक और ड्राइवर परेशान
लॉकडाउन के कारण कैब ऑनर और ड्राइवरों की जिंदगी काफी दयनीय हो गई है. राजधानी के गर्दनीबाग रोड नंबर 20 में रहने वाले कैब ड्राइवर सन्नी कहते हैं कि वह पिछले 11 सालों से कैब चला रहे हैं और पिछले 3 सालों से ओला कैब चला रहे हैं. आज इस लॉक डाउन के दौरान हालात यह है कि आंखों में आंसू भर कर पूरा परिवार चलाने की मजबूरी उनके सामने आन खड़ी हुई है.

फसल की कटाई नहीं होने से संकट में किसान
पहले प्राकृतिक आपदाओं और अब कोरोना वायरस को लेकर देशभर में जारी लॉकडाउन के कारण किसान और मजदूर काफी संकट में हैं. राज्य के बाढ़ अनुमंडल के टाल क्षेत्र के किसान कहते हैं कि प्रकृति की मार से हम पहले ही पीड़ित थे अब इस कोरोना ने दस्तक देकर हमारे जीवन पर संकट ला दिया है. इनका कहना है कि महामारी के डर से से मजदूर घर से बाहर नहीं निकल रहे और इनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं.

सोशल डिस्टेंसिंग की लोग उड़ा रहे धज्जियां
राजधानी के भूतनाथ रोड में सोशल डिस्टेंसिंग मजाक बना हुआ है. दूसरी तरफ, पटना के कंकड़बाग और राजेंद्र नगर सब्जी मंडी को प्रशासन पहले ही बंद कर चुका है. ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद जिला प्रशासन ने मीठापुर स्थित सबसे बड़ी सब्जी मंडी को भी पूरी तरह बंद कर दिया और उसे सेनेटाइज किया है. ऐसे में जरूरत इस बात की है कि भूतनाथ रोड स्थित सब्जी मंडी पर भी प्रशासन शिकंजा कसे.

लॉकडाउन में दिहाड़ी मजदूरों का दर्द
लॉक डाउन ने गरीबों की कमर तोड़ दी है. जिनके पास खाने को कुछ नहीं है वह घर से बाहर निकलने के लिए मजबूर हैं. पटना के फुलवारी प्रखंड में रहने वाले दिहाड़ी मजदूरों की स्थिति दयनीय है. लॉक डाउन के कारण इनके जैसे कई लोगों के दो वक्त के भोजन पर ग्रहण लग चुका है. इनका गुस्सा भी सातवें आसमान पर है. लोगों का साफ कहना है कि अगर लॉक डाउन खत्म नहीं हुआ तो इनके परिवार के लोग कोरोना से तो नहीं लेकिन भूखे जरूर मर जाएंगे.

Lockdown में हॉस्टल के छात्रों की बढ़ी मुश्किलें
लॉक डाउन के दौरान कई ऐसे छात्र है जो पटना में ही फंसे रह गए. छात्रों का कहना है कि उनके हॉस्टल और लॉज के मालिक लगातार उनसे किराए की मांग कर रहे हैं. इस लॉक डाउन से पहले वह होम ट्यूशन पढ़ा कर खर्चा जुटा पाते थे. लेकिन लॉक डाउन के दौरान उनका होम ट्यूशन का व्यवसाय भी चौपट हो गया. जिस कारण उन्हें काफी आर्थिक समस्याएं झेलनी पड़ रही है. लेकिन जिस लॉज के रूम में वो रहते हैं, उस हॉस्टल का मकान मालिक लगातार किराए के लिए उन पर दबाव बना रहा है.

तेजस्वी ने मांगा 'दान' का हिसाब
बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और राजद ने एक बार फिर बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी और नीतीश सरकार पर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी से जबाब देने को कहा है. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा- नकारात्मक राजनीति करने और अफवाह फैलाने के लिए शर्म आनी चाहिए आपको. राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय लालू प्रसाद जी के निर्देशानुसार जितना राजद नेत्री श्रीमती विभा यादव जी ने अकेले राहत कोष में दान किया है उतना देश की सबसे धनी आपकी पार्टी के बिहार के सभी विधायकों और विधान पार्षदों ने मिलाकर भी नहीं किया. बोलो सच है या झूठ?? बोलो??

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