पटना: कोरोना वायरस का संकट देश में तेजी से बढ़ रहा है. पिछले तीन दिनो में कोरोना प्रदेश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस की संख्या में जबरदस्त उछाल आया है. बिहार में कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा 28 के पार चला गया है. इस वायरस पर नियंत्रण के लिए सीएम नीतीश कुमार खुद से मामाले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री आवास कोरोना वार रूम की तरह काम कर रहा है. मुख्यमंत्री मुख्य सचिव, डीजीपी और कई विभागों के आला अधिकारी के साथ लगतार संपर्क में बने रहते है. सभी अधिकारी सीएम आवास पर प्रतिदिन 3 बार तक आकर दिनभर का रिपोर्ट दे रहें हैं.
'कोरोना मामले को खुद देख रहे हैं सीएम'
इसको लेकर बिहार सरकार में जन सम्पर्क मंत्री नीरज कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ मुख्यमंत्री ने बिहार का मोर्चा खुद से संभाल रखा है. सप्ताह से लगातार एक अन्ने मार्ग से ही हर चीज की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री आवास कोरोना वार रूम की तरह काम कर रहा है. इसके कारण मुख्यमंत्री की दिनचर्या भी बदल गई है. सुबह में टहलने और योग के सीएम हल्का नाश्ता लेते हैं और फिर कोरोना संक्रमण और राहत पैकेज को लेकर अधिकारियों से रिपोर्ट लेना शुरू कर देते हैं. मुख्यमंत्री के पीआरओ समाचार पत्रों की प्रमुख खबर और सोशल मीडिया के साथ प्रमुख चैनलों की खबर भी मुख्यमंत्री को लिख कर देते हैं. इसके बाद कोरोना मामले को लेकर सीएम कुछ देर समाचार पत्रों और विभिन्न वेबसाइट को देखते हैं. यह सब सीएम आवास के लॉन इलाके में ही होता है. इसके बाद सीएम जरूरत के अनुसार मुख्यमंत्री अधिकारियों को निर्देश देते हैं.
नीरज कुमार, जन सम्पर्क मंत्री 'दिनभर जारी रहता है बैठकों का दौर'
कोरोना वायरस के बीच सीएम के दिनचर्या के बारे में मंत्री नीरज कुमार ने बताया कि स्नान के बाद मुख्यमंत्री के बैठकों का दौर शुरू हो जाता है. सीएम आवास में प्रतिदिन मुख्य सचिव, डीजीपी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव आकर रिपोर्ट कर रहे हैं. मुख्यमंत्री पहले से तय शेड्यूल के मुताबिक बैठक भी करते है. बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, जल संसाधन मंत्री संजय झा और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जरूर होते हैं. आला अधिकारियों में मुख्य सचिव और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के साथ आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव भी रहते हैं. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और अन्य सचिव मुख्यमंत्री को पल-पल की रिपोर्ट देते रहते हैं. मुख्यमंत्री देर शाम में भी अधिकारियों से अपडेट लेते हैं. आम दिनों में मुख्यमंत्री 9 बजे के आसपास कार्यालय से निकल जाते थे और अपने आवास में चले जाते थे. लेकिन कोरोना वायरस माहामारी के कारण सीएम की गतिविधियां देर रात तक बनी हुई रहती है. मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्रियों के संपर्क में भी लगातार बने रहते हैं. सीएम सभी जिले के डीएम से लगातार फोन कर रिपोर्ट ले रहे हैं. मुख्यमंत्री सचिवालय की टीम सुबह से ही सक्रिय रहती है. पीएम आवास में पहले दो पीआरओ थे. लेकिन, कोरोना वायरस मामला के बाद एक पीआरओ की संख्या बढ़ा दी गई है. इसके साथ मुख्यमंत्री आवास में कैमरामैन के साथ कई एजेंसी के भी कई लोग काम कर रहे हैं.
'कोरोना वायरस के उन्मूलन के लिए दिनरात कार्यरत है सीएम'
योजना विकास मंत्री महेश्वर हजारी ने बताया कि इन दिनों मुख्यमंत्री की नींद गायब है. कोरोना वायरस के उन्मूलन और प्रभावितों को कैसे मदद पहुंचाया जाए. इसको लेकर सीएम दिनरात कार्यरत है. महेश्वर हजारी ने सीएम के दिनचर्या के बारे में कहा कि वैसे तो मुख्यमंत्री आम दिनों में भी बैठक करते रहते हैं और विभिन्न विभागों की समीक्षा खुद से करते हैं. लेकिन कोरोना वायरस के कारण जब से लॉकडाउन लागू हुआ है. तब से मुख्यमंत्री का ध्यान पूरी तरह कोरना वायरस मामले पर है. मुख्यमंत्री पीएम मोदी के साथ भी दो बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चुके हैं. वे सभी जिलों के डीएम से लेकर मुखिया तक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर दिशा निर्देश दे चुके हैं. सीएम ने बिहार में कोरोना से लड़ने के लिए कोरोना उन्मूलन कोष के गठन से लेकर राहत पैकेज तक की घोषणा की है. अब इसे जमीन पर उतारने की कोशिश जारी है. यह कार्य सुबह से लेकर देर रात तक जारी रहता है. हालांकि, सीएम अपने सेहत को लेकर भी गंभीर रहते है. इसलिए सीएम के भोजन में ज्यादातर फल और हरी सब्जियां रहती है. सीएम को भिंडी और परवल की सब्जी खास पसंद है. इसलिए उनके लिए यह विशेष तौर पर तैयार की जाती है. रात में सोते समय सीएम गाय का दूध पीते हैं.
महेश्वर हजारी,योजना विकास मंत्री