पटना:कोरोना (Corona) की दूसरी लहर(Second Wave) का प्रकोप कम हुआ है, लेकिन अभी भी देशभर में रोजाना 60 हजार से अधिक नए मामले दर्ज किये जा रहे हैं. राज्य सरकारों (State Government) ने कोरोना संक्रमण की दर में कमी को देखते हुए ढील दी है. लेकिन लोग ढील को हल्के में ले रहे हैं. खुलकर कोरोना गाइडलाइन (Corona guideline) की धज्जियां उड़ा रहे हैं. जबकि अभी तक कोरोना खत्म नहीं हुआ है. वह आज भी कई जान लील रहा है.
पटना जंक्शन पर कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन
यह तस्वीर पटना जंक्शन (Patna Junction)की है. बिहार (Bihar) व अन्य राज्यों में अनलॉक प्रक्रिया की शुरूआत होते ही एक बार फिर सेरेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ दिखनी शुरू हो गयी है.खासकर प्रवासी मजदूर एक बार फिर से मुंबई व दिल्ली का रुख करने लगे हैं. जिस कारण पटना जंक्शन पर दबाव बढ़ गया है. यात्रियों से पूरा रेल परिसर खचाखच भरा रहता है.
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ट्रेन की सीढ़ियों पर झूल कर सफर कर रहे यात्री
वहीं, लोगों द्वारा खुलकर कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन किया जा रहा है. सफर के दौरान कई यात्री कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन करते हुए पाए गए. यात्री न तो कोरोना गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं, ना ही रेलवे के मानकों का. वे ट्रेन (Train) सीढ़ियों पर झूलकर सफर कर रहे हैं.
रेल प्रशासन उदासीन
वहीं, पटना रेलवे प्रशासन (Patna Rail Administration) भी इस मामले को लेकर उदासीन बना हुआ है. उसके किये सभी दावे फेल नजर आ रहे हैं. पटना जंक्शन पर रेलवे पुलिस (Rail Police) सिर्फ वर्दी पहनकर खड़ी रहती है. कोरोना गाइडलाइन को लेकर बने नियम महज कागजी कोरे साबित हो रहे हैं.
उल्लंघन करने पर 500 रुपये जुर्माना का है प्रावधान
बता दें कि रेलवे प्रशासन की तरफ से कोरोना काल में प्रेस विज्ञप्ति जारी करके आदेश निकाला गया था. जो भी यात्री रेलवे स्टेशन पर बिना मास्क के नजर आएंगे, उनसे ₹500 जुर्माना (Penalty) के रूप में वसूला जाएगा. इसके बावजूद भी पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर यात्रियों में किसी प्रकार का डर नजर नहीं आ रहा है. वहीं, रेलवे प्रशासन भी बेसुध पड़ा है.
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