पटना: बिहार में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. पिछले कुछ दिनों से इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है. 24 घंटे में कुल 140 मामले सामने आए हैं जिसमें से 125 नए संक्रमित राजधानी पटना (Corona Explosion In Patna) से मिले हैं. वहीं पटना बेऊर जेल में बंद कैदियों में भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है. बेऊर जेल ( Patna Beur Jail ) में कोरोना विस्फोट होन से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है. मंगलवार को भी 11 नए मामले सामने आए हैं इसके साथ ही बेऊर जेल में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 45 हो गयी है.
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बेऊर जेल में 45 कैदी संक्रमित:बेऊर जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने ईटीवी भारत से टेलिफोनिक बातचीत के दौरान इस बात की पुष्टि की है कि 45 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जिसके बाद जेल प्रशासन एहतियात बरत रहा है. जेल प्रशासन के मुताबिक इन सभी 45 कैदियों को आइसोलेट कर दिया गया है हालांकि उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि घबराने जैसी कोई बात नहीं है.
कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन: 45 में से 2 कैदी को थोड़ी खांसी सर्दी जैसे लक्षण जरूर हैं बाकी सभी सामान्य हैं. जेल प्रशासन द्वारा एतिहात के तौर पर इन सभी कैदियों को गर्म पानी, काढ़ा और जरूरत की दवाइयां उपलब्ध कराई गई हैं. सामान्य कैदियों से इन्हें अलग रखा गया है और जो भी कैदी के परिजन अपने कैदी से मुलाकात करने आ रहे हैं तो सभी परिजनों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके. इसके अलावा जेल प्रशासन के मुताबिक जिले के सभी वार्ड में सैनिटाइजर, हैंड वॉश के लिए साबुन और जरूरत के अन्य इंतजाम किए जा रहे हैं.
क्षमता से अधिक जेल में हैं कैदी: आपको बता दें कि मौजूदा वक्त में बिहार के जिलों में बंद कैदियों की क्षमता काफी अधिक है. बिहार में कुल 59 जेल हैं जिनमें 47750 कैदियों की रखने की क्षमता है परंतु मौजूदा वक्त में लगभग 65000 कैदी बिहार के सभी जेलों में बंद है जो कि क्षमता से काफी अधिक है. मौजूदा वक्त की बात करें तो लगभग 17000 कैदी बिहार के विभिन्न जिलों में अधिक बंद हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग में परेशानी:राजधानी पटना की बात करें तो 2360 कैदियों की रखने की क्षमता है परंतु मौजूदा वक्त में जेल प्रशासन के मुताबिक के 5000 कैदी बंद हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्षमता से डबल कैदी होने की वजह से जेल प्रशासन कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कैसे कैदियों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत रख पाएगी.
बढ़ते मामलों से हड़कंप: आपको बता दे कि राजधानी पटना के बेऊर जेल सहित बिहार के कई जेल में क्षमता से काफी अधिक कैदी बंद हैं. बिहार में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच अब जेल प्रशासन को डर सताने लगा है. जेल प्रशासन की मानें तो जेलों में बंद कुछ कैदी प्रतिदिन न्यायालय में प्रस्तुत होने जाते हैं ऐसे में वहां से भी कोरोना का संक्रमण बढ़ने की संभावना है.