पटनाः उत्तर भारत में ठंड ने दस्तक दे दी है. तापमान में धीरे-धीरे गिरावट दर्ज की जा रही है. हर साल की तरह इस साल भी पटना में उलेन बाजार सज चुका है. लेकिन कोरोना काल की इस ठंडी में इसके बाजार पर भी वायरस का असर दिख रहा है.
उलेन मार्केट में खरीदारी करते राजधानी वासी हर साल की तुलना में कम बिक्री
हर साल की तरह इस साल भी राजधानी के कदम कुआं, खेतान मार्केट, बोरिंग रोड और जेपी गोलंबर के इलाके में गर्म कपड़ों का मार्केट सज चुका हैं. लेकिन इस बार खरीदारी पर कोरोना वायरस का असर दिख रहा है. दुकानदार बलविंदर सिंह ने बताया कि इस बार गर्म कपड़े के बाजार पर कोरोना का कहर हावी है. प्रत्येक साल की तुलना में इस बार बिक्री बहुत कम हो रही है. जिनके घरों में शादी-विवाह है, वही खरीदारी करने पहुंच रहे हैं.
बाजार में नहीं उतरा न्यू आइटम
एक दुकानदार ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान लुधियाना से मजदूरों के घर लौट आए थे, जो अभी तक लौटकर नहीं गए हैं. इसलिए प्रोडक्शन नहीं हो पाया है. वहीं, ट्रांसपोर्ट को लेकर भी परेशानी चल रही है. लिहाजा नए डिजाइन वाले आइटम नहीं आ पाए हैं. उन्होंने बताया कि लाकडॉउन की वजह से बहुत लोगों का रोजगार छिन गया है. बहुतों की आमदनी कम हो गई है. ऐसे में बाजारों की ओर कम लोग ही रुख कर रहे हैं.
पटना में लगा उलेन मार्केट कोरोना से बेखौफ दिखे
खरीदारी करने पहुंच रहे ज्यादातर लोग कोरोना संक्रमण से बेखौफ दिख रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग सिर्फ मजाक बनकर रह गई है. ज्यादातर खरीदारी करने वाले मास्क नहीं लगा रहे हैं. और जो मास्क लगाकर आ रहे हैं उन्होंने सही तरीके से मास्क भी नहीं लगाया है. ईटीवी भारत के संवाददाता नीरज त्रिपाठी ने रिपोर्टिंग के दौरान लोगों को कोरोना से बचने और मास्क लगाने की भी जानकारी दी. टोके जाने पर कुछ लोगों ने मास्क पहना.
ग्राहक का हाथ सेनेटाइज्ड कराते दुकानदार कुछ दुकानों पर है मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था
वहीं, कुछ दुकानदारों ने दुकान पर मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था कर रखी है. सबसे पहले दुकान पर पहुंच रहे ग्राहकों के हाथों को सेनेटाइज्ड कराया जा रहा है और मास्क नहीं होने पर दुकानदार उन्हें मास्क भी उपलब्ध करा रहे हैं.