पटना:बिहार में कोरोना का मामला प्रतिदिन (Corona Cases Increase in Bihar) बढ़ रहा है. बुधवार को भी प्रदेश में कोरोना के 43 नए मामले सामने आए हैं. विगत 6 दिनों के ट्रेंड को देखें तो 6 दिन में ज्यादा संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं. प्रदेश में अभी के समय एक्टिव मरीजों की संख्या 161 है. पटना में ही एक्टिव मरीजों की संख्या 100 से अधिक है. लेकिन इन सब तमाम स्थितियों के बीच प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के बूस्टर डोज के प्रति लोगों में उदासीनता बरकरार है और प्रिकॉशनरी डोज के मामले में बिहार फिसड्डी राज्यों में जगह बनाए हुए है.
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बूस्टर डोज के प्रति उदासीनता:15 जून तक 18 वर्ष से ऊपर के 8387577 लोग प्रिकॉशनरी डोज का टीका लेने की अहर्ता रखते हैं लेकिन अब तक इनमें से मात्र 1777021 लोगों ने ही प्रिकॉशनरी डोज का टीका लगवाया है. प्रदेश में मात्र 21.2% लोगों ने ही प्रिकॉशनरी डोज का टीका लगवाया है.प्रिकॉशनरी डोज का टीका लगवाने के मामले में 18 से 59 आयु वर्ग के बीच के लोगों में उदासीनता अधिक है और प्रदेश में इस उम्र के 5884750 अहर्ता रखने वाले लोगों में से मात्र 944425 लोग यानी की 16.05% लोगों ने ही प्रिकॉशनरी डोज लिया है.
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शेखपुरा आगे, पटना फिसड्डी:18 से 59 आयु वर्ग में सर्वाधिक टीकाकरण शेखपुरा जिला में हुआ है जहां 29429 अहर्ता रखने वाले लोगों में एक 11024 लोगों ने यानी 33.46% लोगों ने अपना टीकाकरण करा लिया है. वहीं इस आयु वर्ग में राजधानी पटना प्रदेश में सबसे निचले स्थान पर है. यहां प्रिकॉशनरी डोज का टीकाकरण मात्र 9.39% हुआ है. इस आयु वर्ग में प्रिकॉशनरी डोज के टीकाकरण के मामले में शेखपुरा के बाद कैमूर का नंबर आता है. तीसरे नंबर पर मधेपुरा है, जहां 31.69% लोगों का टीकाकरण हुआ है.
औरंगाबाद और बक्सर भी पीछे:अगर 5 फिसड्डी जिलों की बात करें तो 18 से 59 आयु वर्ग के प्रिकॉशनरी डोज के टीका लेने के मामले में पटना 9.39%, औरंगाबाद 9.44% मुंगेर 9.75% बक्सर 9.82% और बांका 9.93% शामिल है. वहीं 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के प्रिकॉशनरी डोज की बात करें तो अहर्ता रखने वाले 2492827 लोगों में 832596 लोगों ने अपना टीकाकरण करा लिया है, जो कुल 33.4% है. इस आयु वर्ग में भी शेखपुरा टॉप पर है जहां 59.9% प्रिकॉशनरी डोज का टीकाकरण हुआ है.
इसके बाद दरभंगा जहां 50.6% किशनगंज 48.5% लखीसराय से 47.8% कैमूर 47.4% शामिल है. राजधानी पटना की बात करें तो इस आयु वर्ग में भी जिला स्टेट एवरेज से नीचे है. यहां टारगेट पापुलेशन में मात्र 31.5% लोगों का ही टीकाकरण हुआ है. 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों में प्रिकॉशनरी दूज के टीकाकरण के लिए फिसड्डी जिलों की बात करें तो सबसे नीचे औरंगाबाद है, जहां 16.2% टीकाकरण हुआ है. इसके अलावा पूर्णिया में 23.2% अररिया में 23.5% भोजपुर में 24.3% बांका में 26.2% टीकाकरण हुआ है.
प्रिकॉशनरी डोज के लिए लोगों में उत्साह कम:पटना के दरोगा राय पथ स्थित 24*7 वैक्सीनेशन सेंटर के प्रभारी मॉनसून मोहंती ने बताया कि प्रिकॉशनरी डोज के टीकाकरण को लेकर लोगों का रिस्पांस काफी स्लो है और 60 प्लस वाले लोगों में प्रिकॉशनरी डोज के लिए थोड़ा बहुत उत्साह देखने को मिल रहा है लेकिन 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों में प्रिकॉशनरी डोज को लेकर रिस्पांस बहुत खराब है. उन्होंने बताया कि हाल में जब संक्रमण के मामले बढ़ने शुरू हुए हैं. तब भी प्रिकॉशनरी डोज के लिए लोगों की संख्या नहीं बढ़ी है.
हालांकि, 60 प्लस वाले लोग थोड़ा अधिक संख्या में प्रिकॉशनरी डोज लेने आने शुरू हुए हैं लेकिन 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों में कोई जागरूकता नहीं दिख रही. उन्होंने बताया कि हाल में जो संक्रमण के मामले बढ़ने शुरू हुए हैं उनमें 95 फीसदी से अधिक 18 से 59 आयु वर्ग के लोग ही हैं. उन्होंने बताया कि सेंटर से प्रतिदिन 100 से अधिक है फोन कॉल किया जाता है कि आ करके अपना प्रिकॉशनरी डोज का टीका ले लीजिए लेकिन लोगों में इसको लेकर उत्साह नहीं दिखता.
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