पटनाः बिहार में कोरोना की पहली और दूसरी लहर में अर्थव्यवस्था पर जबरदस्त असर पड़ा था. बड़े प्रोजेक्ट्स का काम ठप (Corona Can Effect Mega Projects in Bihar) हो गया था. उसके कारण कई बड़ी परियोजनाओं का कॉस्ट बढ़ गया था. तय समय में काम पूरा होने का लक्ष्य भी पूरा नहीं हुआ. ऐसे में बिहार में बड़े प्रोजेक्ट पर कोरोना का असर पड़ने की संभावना जतायी जा रही है. विशेषज्ञ भी कह रहे हैं कि पहली और दूसरी लहर में भी हम लोगों ने देखा है कि अर्थव्यवस्था पर कोरोना का असर पड़ा था. इसलिए इस बार कोरोना की चेन को जल्द से जल्द तोड़ने की जरूरत है.
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बिहार में कोरोना की तीसरी लहर में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है. इसके कारण कई तरह की पाबंदियां सरकार ने लगाई हैं. हालांकि सरकार ने निर्माण क्षेत्र को पाबंदियों से दूर रखा है, लेकिन इसके बावजूद कोरोना के कारण विकास कार्य पर असर पड़ना तय है. बिहार में पथ निर्माण के क्षेत्र में कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम हो रहे हैं. गंगा नदी पर 12 मेगा ब्रिज का निर्माण हो रहा है. सड़क निर्माण के कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं.
वहीं, ग्रामीण कार्य विभाग की बात करें तो ग्रामीण सड़कों पर तेजी से काम हो रहा है. ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के लक्ष्य को पूरा करने के लिए मिशन मोड में काम करने की बात कही थी, लेकिन इन सब पर कोरोना का असर पड़ने का डर सताने लगा है.
'पहली और दूसरी लहर में हम लोगों ने अर्थव्यवस्था पर किस तरह से प्रभाव डाला था, यह सभी लोगों ने देखा था. ऐसे में कोरोना के जिस प्रकार से मामले बढ़ रहे हैं, चिंता सताने लगी है. इसलिए कोरोना चेन को तोड़ना जरूरी है. नहीं तो राज्य की अर्थव्यवस्था पर खासा असर पड़ सकता है.'-प्रोफेसर अजय झा, विशेषज्ञ
बिहार में कोरोना की तीसरी लहर से रुक सकता है कई मेगा प्रोजेक्ट का काम 'कोरोना के कहर को हम लोगों ने देखा है. एक बार फिर से कोरोना का कहर शुरू है. इससे अभियंताओं को बचाना जरूरी है. इसलिए उन्हें वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था करनी चाहिए. साथ ही उनकी सुरक्षा हो, इसके उपाय करने चाहिए. नहीं तो पहले और दूसरे से ज्यादा समस्या हो सकती है. पिछली बार बड़ी संख्या में अभियंता कोरोना पॉजिटिव हुए थे. कुछ की मौत भी हो गई थी, जिसका असर विकास कार्यों पर भी पड़ा था.'-सुनील कुमार चौधरी, पूर्व महासचिव, अभियंता संघ
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'कोरोना ने पहली और दूसरी लहर में एमएसएमई सेक्टर को बहुत ज्यादा प्रभावित किया था. इस बार भी प्रभावित कर सकता है. इसके लिए जरूरी है कि अभी से ही एहतियात बरती जाए. सरकार ने जो गाइडलाइन जारी किए हैं, उसे फॉलो किया जाए.'-डॉ. विद्यार्थी विकास, विशेषज्ञ, एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट
पहली लहर और दूसरी लहर में बिहार का राजस्व भी काफी घट गया था. हालांकि कोरोना संक्रमण नियंत्रण में आने के बाद पिछले चार-पांच महीनों में सरकार का राजस्व तेजी से बढ़ा है. लेकिन अब एक बार फिर से राजस्व वसूली पर असर पड़ना तय है. ऐसे में सरकार के सात निश्चय योजना से लेकर विकास के कई कार्य पर भी एक बार फिर से असर पड़ना तय माना जा रहा है.
बिहार के कुछ बड़े प्रोजेक्ट
- गंगा नदी पर बने मेगा ब्रिज बिदुपुर से कच्ची दरगाह 6 लेन पुल
- गांधी सेतु के समानांतर चार लेन का पुल
- पटना-गया डोभी मेगा प्रोजेक्ट
- पटना रिंग रोड
- पटना मैट्रो
- एक्सप्रेस-वे निर्माण में हो सकता है विलंब
- भवन निर्माण विभाग की कई बड़ी परियोजना
- विधायकों और मंत्रियों के आवास का निर्माण
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 11.50 लाख आवास का निर्माण कार्य
- जल संसाधन विभाग की कई बड़ी परियोजनाएं
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