पटना:बिहार स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बिहार में अभी कोरोना के नए वैरिएंट BF 7 (BF 7 variant of coronavirus) के अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है. हालांकि, बिहार में भी एहतियातन तैयारी की जा रही है. पटना एयरपोर्ट पर शुक्रवार से कोरोना की जांच (Corona Test at Patna Airport) शुरू कर दी गई है. जिला प्रशासन के द्वार कल ही इसको लेकर आदेश जारी किया गया था. साथ ही, विदेश से आने वाले यात्रिओं की मॉनिटरिंग करने को लेकर भी निर्देश दिया गया है. आज से स्वास्थ्य विभाग की टीम आने वाले सभी यात्रियों की जांच शुरू कर दिया है. एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले यात्रियों की तीन लेयर में जांच की जाती है.
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"आज से हम लोगों ने जांच शुरू किया है. अभी तक 10 यात्रियों की जांच की है. एक भी कोरोना पॉजिटिव नहीं पाए गए हैं लेकिन सभी यात्रियों की जांच हम लोगों को करनी है. रोक रोक कर हम यात्रियों को एयरपोर्ट के बाहर जांच कर रहे हैं. यात्री किसी शहर के आए हो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हमलोग जांच कर रहे हैं."- अंजेश कुमार, स्वास्थ्य कर्मी
एयरपोर्ट प्रशासन हुआ जागरूक: ईटीवी भारत ने कल प्रमुखता से दिखाया था कि पटना एयरपोर्ट पर अभी तक कोई जांच की व्यवस्था नहीं की गई है. आज उस खबर का असर दिखा है. सुबह से ही स्वास्थ्य विभाग की टीम पटना एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की जांच शुरू कर दिया है. पटना एयरपोर्ट पर अभी भी 42 जोड़ी विमानों का परिचालन किया जा रहा है.
पटना एयरपोर्ट पर कोरोना जांच: दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, रांची, चंडीगढ़, हैदराबाद, अहमदाबाद सहित कई शहरों से यात्री पटना एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं. उन यात्रियों की जांच की जा रही है. साथ ही यात्रियों को कोरोना गाइडलाइन को लेकर लगातार एयरपोर्ट प्रशासन जागरूक भी करते नजर आ रहा है. फिलहाल पटना एयरपोर्ट पर आने वाले यात्री मास्क पहनकर सफर करते नजर आ रहे हैं.
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर रैंडम टेस्ट का आदेश : दरअसल, देश में BF 7 वैरिएंट के मामले सामने आने के बाद से बिहार के लोग भी चिंता में हैं. राज्य में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए मॉल, शॉपिंग सेंटर और सिनेमा हॉल अधिकारियों को एक एडवाइजरी भी जारी की गई है. अधिकारियों को हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर रैपिड एंटीजन टेस्ट करने (bihar government orders Rapid Test) और संदिग्ध मामलों को आरटी पीसीआर टेस्ट और जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए अस्पतालों में भेजने के लिए कहा गया है.
बिहार में सभी अस्पताल अलर्ट पर : चीन में कोविड के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय की एडवाइजरी पर बिहार में भी सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना, (आइजीआइएमएस) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के 15 बेड सुरक्षित किए गए हैं. आईजीआईएमएस में 15 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है और जीनोम लैब में भी डॉक्टरों को अलर्ट किया गया है. आईजीआईएमएस में टीम भी गठित कर दी है. बुधवार को आईजीआईएमएस के साथ बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग की बैठक भी हुई थी.
बोधगया में तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा : इधर, गया में दिसंबर के आखिरी में कालचक्र पूजा के कार्यक्रम में जापान समेत 12 से ज्यादा देशों के लोग शामिल होंगे. ऐसे में अनुमान है कि यहां पर 50 हजार से ज्यादा लोग आएंगे. इस कारण गया में संक्रमण बहुत ज्यादा फैलने की आशंका को देखते हुए गया एयरपोर्ट पर तीन स्तरीय कोरोना जांच होगी. इस कार्यक्रम के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य की गई है.
स्वास्थ्य अधिकारी अलर्ट मोड पर : इस बीच उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जो स्वास्थ्य मंत्री भी हैं, ने कहा कि बिहार सरकार कोविड-19 मामलों से निपटने के लिए तैयार है. तेजस्वी ने कहा कि, हमारे स्वास्थ्य अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं और सभी अस्पतालों को आवश्यक उपाय करने के लिए कहा गया है. बिहार देश का एकमात्र राज्य है जिसने कोरोना के परीक्षण को नहीं रोका है. हम परीक्षण कर रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर डेटा अपलोड कर रहे हैं.
नीतीश बोले- 'हम पहले से अलर्ट' : इससे पहले बुधवार को केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों को नई एडवाइजरी जारी की है. जिसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कोरोना को लेकर हम लोग पहले से सक्रिय (COVID situation in Bihar) है. कोरोना की जांच हम लोगों ने बंद नहीं (Bihar alert on corona cases) की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, जितनी संख्या में बिहार में कोरोना की जांच हुई है, उतनी शायद कहीं और नहीं हुई है. अकेले बिहार में सिर्फ आठ लाख जांच हुई है और पूरे देश में करीब साढ़े 6 लाख. बिहार में कोरोना का जांच और टीका (वैक्सीनेशन) सबसे ज्यादा किया जा रहा है. बिहार में केस कम है.'