दीपांकर भट्टाचार्य से खास बातचीत पटनाः बिहार में महागठबंधन के अंदर 6 घटक दल हैं. सीपीआईएमएल राष्ट्रीय जनता दल की पुरानी सहयोगी है. पार्टी की ओर से भी लोकसभा चुनाव को लेकर दावेदारी सामने आ चुकी है. सीपीआईएमएल खुद को महागठबंधन का मजबूत सहयोगी मान रही है. विपक्षी एकता को लेकर तीन बैठकें हो चुकी है. लोकसभा चुनाव 2024 (Lok sabha election 2024) में सीट शेयरिंग को लेकर सहमति बनी है. लोकसभा सीटों को लेकर कांग्रेस और CPI ML की ओर से देवदारी सामने आ चुकी है.
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INDIA के संयोजक को लेकर संशयःसीपीआईएमएल के बिहार में 12 विधायक हैं. पार्टी शाहाबाद क्षेत्र में मजबूत है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य विपक्षी एकता की तीनों बैठकों में शामिल हुए थे. दीपांकर भट्टाचार्य की पार्टी की ओर से लोकसभा की 7 सीटों पर दावा किया गया है. प्रस्ताव लालू प्रसाद यादव को सौंप दिया गया है. हालांकि अभी तक INDIA के संयोजक को लेकर संशय है. जिसपर दीपांकर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में अपनी राय रखी.
संवाददाताः विपक्षी एकता की मुहिम किस दिशा में जा रही है?
दीपांकर भट्टाचार्य:"विपक्षी एकता की मुहिम मजबूती से आगे बढ़ रही है. कमेटियों का गठन भी हो चुका है. समिति ने काम भी करना शुरू कर दिया है. पहले अरविंद केजरीवाल को लेकर कयास लगाए गए. उसके बाद नीतीश कुमार को लेकर कयास लगाए गए. नतीजा आपके सामने है. चट्टानी एकता के साथ तमाम दल आगे बढ़ रहे हैं."
संवाददाताःसंयोजक पद को लेकर सहमति बनने के असार है या नहीं? नीतीश कुमार की कितनी संभावना है?
दीपांकर भट्टाचार्य:"संयोजक को लेकर हम कुछ नहीं कह सकते हैं. पांच कमेटियों का गठन हो चुका है. तीन कमेटी में हमारे भी लोग हैं. कमेटी ने काम करना भी शुरू कर दिया है. विपक्षी एकता को लेकर नीतीश कुमार भी सहमत हैं. उन्होंने समय से पहले चुनाव पर जोड़ दिया है. हमलोगों को चुनाव के लिए तैयार रहना चाहिए."
संवाददाताःइंडिया नाम को लेकर विवाद है, प्रशांत किशोर ने भी अनैतिक करार दिया है?
दीपांकर भट्टाचार्य:"इंडिया नाम बेहद लोकप्रिय है. किसी तरीके से ना तो अनैतिक है और न ही गैरकानूनी है. इंडिया नाम रखे जाने से भाजपा खेमे में बेचैनी है. अचानक भारत नाम का उपयोग किया जाने लगा है. इंडिया को गुलामी का प्रतीक बताया जाने लगा. यह सब कुछ घबराहट का नतीजा है."
संवाददाताःउपचुनाव के नतीजे को किस तरीके से देखते हैं?
दीपांकर भट्टाचार्य:"उपचुनाव के नतीजे ने भविष्य की राजनीति के संकेत दे दिए हैं. उत्तर प्रदेश और झारखंड में हम भाजपा को शिकस्त देने में कामयाब हुए हैं. बिहार के अंदर भी लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा को उसी तर्ज पर शिकस्त देने में कामयाब होंगे"
संवाददाताःबिहार में कितनी सीटों पर आपका दवा है?
दीपांकर भट्टाचार्य:"हमने लोकसभा चुनाव को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है. जहां-जहां हमारे विधायक हैं और हमारी पार्टी मजबूत है, वहां हमने दावा किया है. मेरा दावा वैसे सीटों पर है, जहां हम लंबे समय से लड़ते आ रहे हैं. हमने प्रस्ताव राजद नेतृत्व को सौंप दिया है.