पटना: 'समान काम, समान वेतन' की मांग कर रहे नियोजित शिक्षक एक बार फिर आंदोलन करने की तैयारी में हैं. इन शिक्षकों को भले ही सुप्रीम कोर्ट से निराशा लौटना पड़ा हो. लेकिन, वह हार मानने को तैयार नहीं हैं. आगामी 18 जुलाई को फिर से शिक्षक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की जुगत में है.
राज्य के लगभग चार लाख से अधिक नियोजित शिक्षक 'समान काम, समान वेतन' की मांग कर रहे हैं. शिक्षक एक बार फिर अपनी मांग को लेकर आंदोलन में जुट गए हैं. इस बार सूबे के तमाम शिक्षक संगठन एक साथ सरकार के खिलाफ रणनीति बना रहे हैं.
शिक्षा का समग्र विकास भी होगा इस बार का मुद्दा
शिक्षक अपनी मांग को लेकर राज्य सरकार से डायरेक्ट लड़ाई लड़ने की रणनीति में बदलाव करते हुए शिक्षा का सम्रग विकास को लेकर आंदोलन करेंगे. कार्यालय सचिव ने कहा कि जब शिक्षा के सम्रग विकास की बात होगी तो उसमें शिक्षक भी आएंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि छात्रों को समय पर पाठ्यक्रम उपलब्ध कराना और शिक्षकों को सही समय पर वेतन देना ही होगा. इसके अलावा शिक्षक बीमा, पेंशन योजना लाभ और गैर शैक्षणिक कार्यों से खुद को दूर रखने की मांग को लेकर धरना और प्रदर्शन करेंगे.
महाधरना का करेंगे आयोजन
इस बार सभी शिक्षक संगठन एकजुट होकर सरकार के खिलाफ 18 जुलाई को पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर महाधरना देंगे. इसमें सारे शिक्षक शिक्षा के सम्रग विकास को लेकर प्रदर्शन करेंगे. कार्यालय सचिव ने दावा किया है कि इस धरना प्रदर्शन में इतने शिक्षक शामिल होंगे कि राज्य के सभी सरकारी स्कूल स्वत: बंद हो जाएंगे.