पटना: लॉक डाउन के बीच अन्य राज्यों से आने वाले लोगों का रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है. बिना रजिस्ट्रेशन कोई भी व्यक्ति अपने घर और गांव नहीं जा सकेगा. इसको लेकर आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि प्रदेश में आपदा कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहा है. बिहार के बाहर से आने वाले जो भी व्यक्ति अपने घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा रहा हैं. केवल उनको ही अपने गंतव्य स्थान तक यात्रा करने की इजाजत दी जा रही है.
'3600 लोगों ने घर जाने के लिए कराया रजिस्ट्रेशन'
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि बिहार में लगभग 3600 लोगों ने अपने अपने घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. उन्होंने बताया कि जो भी प्रवासी घर वापस आना चाह रहे हैं. वो जिन प्रदेश में रह रहे है, वहीं पर अपना रजिस्ट्रेशन कराएं. स्पेशल ट्रेन के सवाल पर उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने इसको लेकर स्पष्ट गाइडलाइन जारी कर रखी है. ट्रेनों से केवल उसी व्यक्ति को भेजा जा रहा है. जो पहले से रजिस्ट्रेशन करा चुकें हैं. स्थानीय प्रशासन और रेलवे प्रशासन लोगों को गोपनीय तरीके से ट्रेन तक ला रही है. ताकि किसी भी स्टेशन पर भगदड़ की स्थिति नहीं बने.
पिछले 2 महीने से कार्य कर रहा कंट्रोल रूम
बता दें कि बिहार आपदा प्रबंधन विभाग का कंट्रोल रूम पिछले 2 महीने से अनवरत रूप से कार्य कर रहा है. इसी कंट्रोल रूम से बिहार सरकार लगातार अपने लोगों से बातचीत कर रही है और उनकी समस्याओं को सुनकर समाधान निकाल रही है. कंट्रोल रूम से ही अन्य राज्यों के प्रशासन से भी कॉर्डिनेट किया जा रहा है. बिहार वापस आने के लिए लोग कंट्रोल रूम से संपर्क कर इसका फायदा उठा रहे हैं.
24 घंटे कार्य कर रहा कंट्रोल रूम
कोरोना संकट के इस काल में बिहार आपदा प्रबंधन विभाग का कंट्रोल रूम वार रूम के तरह 24 घंटे कार्य कर रहा है. प्रवासी मजदूर से लेकर अन्य सामान्य वर्ग के लोगों की हर असुविधा को दूर करने के लिए कंट्रोल रूम अनवरत कार्यरत है. खाने-पीने की व्यावस्था से लेकर सूखे राशन और कोरोना सहायता राशि की सभी शिकायतें इसी कंट्रोल रूम में दर्ज की जा रही है और यहीं से सभी सुविधाएं रेगुलेट हो रही हैं.
गौरतलब है कि बिहार के लाखों लोग देश के कई राज्यों में फंसे हुए हैं. इनमें अधिकांश प्रवासी मजदूर और छात्र-छात्राएं शामिल हैं. केंद्र सरकार की ओर से अनुमति मिलने के बाद अब फंसे लोगों को उनके राज्य तक पहुंचाने का काम शुरू हो गया है. हालांकि, अधिकांश लोगों की दिक्कत हैं कि उन्हें पता नहीं कि वापसी के लिए घर जाने वाली ट्रेन में वो कैसे बैठ पाएंगे. इसके बाद बिहार आपदा विभाग ने अपने सारे नम्बर जारी किये, जिस पर संपर्क कर लोग अपने वापस लौटने का इंतजाम कर सकते हैं.