पटनाः बिहार में मानसून के सक्रिय होते ही नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. साथ ही नेपाल में हो रही लगातार बारिश और वहां से नदियों में छोड़े जा रहे पानी से भी राज्य की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. जिससे कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. राजधानी के गंगा नदी का जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा है. जिससे मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
डूब गई घाट की सीढ़ियां
पटना में पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 12 सेंटीमीटर वृद्धि दर्ज की गई है. एनआईटी घाट पर लगाए गए इंडिकेटर में मंगलवार की सुबह गंगा का जलस्तर 47.320 मीटर दर्ज किया गया. जिससे शनिवार तक साफ दिख रही घाट की सीढ़ियां पानी में पूरी तरह डूबी नजर आई.
गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी खतरे के निशान को जल्द पार कर लेगी गंगा
दरअसल, शनिवार की दोपहर एनआईटी घाट पर गंगा का जलस्तर 46.750 मीटर, रविवार को 46.960 मीटर, सोमवार को 47.150 मीटर और मंगलवार को 47.320 मीटर दर्ज किया गया. वर्तमान समय में एनआईटी घाट के पास गंगा वार्निंग लेवल से मात्र 20 सेंटीमीटर और डेंजर लेवल से 1.20 मीटर नीचे बह रही है. जिस रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है उससे साफ लग रहा है कि 2 से 3 दिनों में गंगा खतरे के निशान को पार कर लेगी.
तेजी से हुई जलस्तर में वृद्धि
एनआईटी घाट पर स्थित केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार देर रात से गंगा के जलस्तर में काफी तेजी से वृद्धि देखने को मिली है. पहले हर घंटे गंगा का जलस्तर प्रति घंटे 2 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा था लेकिन बाद में यह रविवार की सुबह होते-होते प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार पर आ गया. मंगलवार की सुबह 8 बजे के बाद गंगा का जलस्तर कांस्टेंट रहा.