पटना:कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा (Congress State President Madan Mohan Jha) ने दावा किया है कि बिहार विधान परिषद चुनाव(Bihar Legislative Council Election) में पार्टी का प्रदर्शन उत्साहजनक रहेगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल 8 उम्मीदवारों का ऐलान हो गया है. जल्द ही बाकी प्रत्याशियों की सूची भी जारी हो जाएगी. देरी की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि असल में बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास अभी मणिपुर चुनाव में व्यस्त हैं, जिस वजह से विलंब हो रहा है लेकिन 9 मार्च तक नाम तय हो जाएंगे.
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9 मार्च तक आएगी फाइनल लिस्ट: मदन मोहन झा ने कहा कि हमारे बिहार प्रभारी भक्त चरण दास मणिपुर चुनाव में व्यस्त हैं. यही कारण है कि अगली सूची जारी करने में विलंब हो रहा है. उन्होंने कहा कि 9 मार्च तक सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कांग्रेस पार्टी कर देगी. उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस पार्टी अकेले चुनावी मैदान में है और अपने दमखम पर बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा कर रही है. हमारे संभावित उम्मीदवार क्षेत्र में घूम भी रहे है. हमें उम्मीद है कि परिणाम हमारे पक्ष में आएंगे.
राहुल-तेजस्वी मुलाकात पर प्रतिक्रिया: वहीं, जब उनसे पूछा गया कि राहुल गांधी की तेजस्वी यादव से मुलाकात हुई है, क्या इससे परिषद चुनाव पर कोई असर पड़ेगा? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि नेताओं की मुलाकात आपस में होती रहती है लेकिन पार्टी का निर्णय अलग होता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने निर्णय ले लिया है कि सभी सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करना है. इसको लेकर सूची भी हम लोगों ने आलाकमान को भेज दी है, जल्द ही आलाकमान की मुहर लग जाएगी और 9 मार्च से पहले विधान परिषद चुनाव के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी.
4 अप्रैल को मतदान:बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी का चुनाव (MLC Elections On 24 Seats in Bihar) होना है. इसके लिए 9 मार्च से 16 मार्च तक नामांकन की समय सीमा तय की गई है. 21 मार्च तक नामांकन वापसी की तारीख है. 4 अप्रैल को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया चलेगी और 7 अप्रैल को काउंटिंग होगी और नतीजे सामने आएंगे. इस बार कई ग्राम पंचायतों का नगर निगम क्षेत्र में सम्मिलित होने के कारण लगभग 6000 से अधिक मतदाता कम होंगे और इस बार मतदाताओं की संख्या 1,32,000 के करीब रहने का अनुमान है. इस बार चुनाव के दौरान लोकसभा सांसद और विधायकों को उनके क्षेत्र के किसी एक प्रखंड में मतदान देने का अधिकार होगा. जिन विधानसभा क्षेत्र में दो से तीन ब्लॉक आते हैं, ऐसे में विधायक और लोकसभा सांसद के लिए अपने क्षेत्र के किसी एक ब्लॉक के मतदान केंद्र को चुनने का अधिकार होगा, जहां वह मतदान के दिन मतदान कर सकेंगे.
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