पटना: बिहार में कांग्रेस की प्रदेश कमेटी का गठन अब तक नहीं हुआ है. वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने अपना पद भार 8 माह पहले ग्रहण कर चुके हैं. जब उनसे इस बारे में सवाल किया जाता है, तो वह इसका जवाब देने से बचते नजर आते हैं. वहीं विडंबना यह है कि वह इनदिनों अपने प्रदेश कमेटी गठन करने के बजाय युवाओं को बूथ लेवल पर पार्टी से जोड़ने में पर ध्यान दे रहे हैं.
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छह साल से नहीं हुई है कमेटी गठित : कांग्रेस में प्रदेश कमेटी का गठन अभी भी नहीं हुआ है और न इस दिशा में कोई पहल होती दिख रही है. गौरतलब है कि कांग्रेस में प्रदेश कमेटी नहीं रहने का खामियाजा पहले भी चुनावों में भुगतना पड़ चुका है. प्रदेश कांग्रेस में बीते 6 वर्ष से प्रदेश कमेटी नहीं है और प्रदेश कमेटी नहीं होने का नुकसान साल 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को देखने को मिला था. ऐसे में प्रदेश कमेटी का कब तक विस्तार होगा. इस सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह कुछ भी बताने से मुकर गए.
"यह आपको क्यों बताएं कि प्रदेश कमेटी का गठन होगा. जब होना होगा हो जाएगा. प्रदेश कमेटी के गठन करने को लेकर काम चल रहा है और जल्द ही कमेटी का गठन किया जाएगा".- अखिलेश सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस के दो सदस्य तय : मंत्रिमंडल के सवाल पर अखिलेश सिंह ने कहा कि यह सवाल नीतीश कुमार से पूछना चाहिए. क्योंकि वह मुख्यमंत्री हैं और यह उनका अधिकार है. जब भी बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार होगाय. कांग्रेस पार्टी से दो मंत्री बनेंगे यह तय है. इस दिशा में उनके नेता राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल की तेजस्वी यादव के साथ बैठक भी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन में उन्होंने इस मुद्दा को उठाया है कि विभिन्न बोर्ड और आयोग के गठन में कांग्रेस को तरजीह नहीं दी गई है. इस पर रुख स्पष्ट होना चाहिए.
सीट बंटवारे पर बोलने से बचे अखिलेश : वहीं अगस्त में महाराष्ट्र में होने वाले इंडिया गठबंधन की बैठक में होने वाली सीटों पर चर्चा से जुड़े एक सवाल की बिहार में कांग्रेस पार्टी कितने सीटों पर दावेदारी ठोक रही है. इस पर अखिलेश सिंह ने कहा कि यदि आपको जानकारी है कि कांग्रेस पार्टी को कितनी सीटें मिल रही है तो हमें बताएं. हम कितनी सीटों पर अपनी दावेदारी कर रहे हैं. यह भी नहीं बताएंगे. जो कुछ भी होगा बैठक में सीनियर नेता आपस में विमर्श करेंगे और निर्णय लेंगे.