पटना:कांग्रेस(Congress) ने जेपी सेनानियों को मिलने वाली पेंशन को सरकारी धन का दुरुपयोग बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला बोला है. कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि जेपी सेनानियों के पेंशन में बढ़ोतरी अनुचित है. उन्होंने इसे सरकारी धन का दुरुपयोग बताते हुए इस योजना को तुरंत बंद करने की मांग की है. दरअसल, जेपी की जयंती के मौके पर बिहार में नीतीश सरकार ने जेपी सेनानियों की पेंशन बढ़ाने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 5000 रुपए की पेंशन को बढ़ाकर 7500 रुपए कर दिया है.
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''जेपी आंदोलन कांग्रेस सरकार के खिलाफ चलाया गया एक राजनीतिक महत्वाकांक्षा से प्रेरित आंदोलन था, जिसमें भाग लेने या जेल गए राजनीतिक कार्यकर्ताओं को हजारों रुपए बतौर पेंशन देना सरेआम सरकारी खजाने का अपने समर्थकों में बांटने जैसा है. यह एक प्रकार से ना सिर्फ सरकारी धन का दुरुपयोग है, बल्कि एक गलत परंपरा है, जिसे तत्काल वापस लेना चाहिए.''- प्रेमचंद्र मिश्र, कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेता ने कहा कि 45 साल पहले के आंदोलनकारी को आखिर कब तक सरकारी खजाने से पैसा दिया जाता रहेगा. जब गरीबों, दिव्यांगों, महिलाओं और वृद्धजनों के लिए प्रतिमाह केवल 400 रुपए की पेंशन को बढ़ाने की मांग की जाती है तो मुख्यमंत्री पैसों की कमी बताकर मना कर देते हैं, लेकिन जेपी सेनानियों के नाम पर अपने समर्थकों को हर महीने 5000 से बढ़ाकर 7500 बांट रहे हैं. इस पेंशन के लिए पैसा कहां से आता है.
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