पटना: बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा है कि इस बार बिहार विधानसभा का चुनाव पुराने मुद्दे पर नहीं होगा. उन्होंने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता नीतीश सरकार की नीति को देख रही है. प्रदेश सरकार द्वारा चलाए गए सात निश्चय कार्यक्रम या लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के लिए किए गए सरकारी दावों की सच्चाई को जनता ने करीब से देख लिया है.
कौकब कादरी का दावा, नए मुद्दों के साथ होगा बिहार विधानसभा का चुनाव
कौकब कादरी ने बिहार सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि सीएम बताएं कि 15 साल के कार्यकाल में कितने मजदूरों को रोजगार दिया गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस मजदूरों के रोजगार और सरकार की विफलता के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी.
कौकब कादरी ने आगे कहा कि निश्चित तौर पर अब सरकार कुछ भी बोले लेकिन प्रदेश के मजदूरों और प्रवासी श्रमिकों के लिए इस सरकार ने क्या किया है, इसे जनता 15 सालों से देख रही है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बताएं कि बिहार सरकार ने कितनी फैक्ट्रियों के जरिए कितने मजदूरों को रोजगार दिया है. कांग्रेस सरकार की विफलता को लेकर जनता के पास जाएगी. इस बार हजारों किलोमीटर पैदल चलकर बिहार आने वाले मजदूर ही निश्चित तौर पर वर्तमान सरकार की विदाई करेंगे.
'पिछले कार्यकाल के कामों पर जेडीयू लड़ेगी चुनाव'
वहीं, जेडीयू अपने पिछले 15 सालों के कार्यकाल को जनता तक पहुंचाकर चुनावी रण जीतने की तैयारी में है. जेडीयू नेता हाजी फैजान अशरफ के अनुसार सोमवार को आयोजित मुख्यमंत्री के वर्चुअल सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को पार्टी अध्यक्ष से जुड़कर अपनी बात रखने का मौका मिला. उन्होंने बताया कि वर्चुअल कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने बीते 15 सालों के कार्यकाल के दौरान की योजनाओं और उपलब्धियों को घर-घर पहुंचाने के लिए कहा है. साथ ही प्रत्येक बूथ को मजबूत करने को लेकर भी निर्देश दिए.