पटना :बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों पर आर्थिक अपराध इकाई और निगरानी की कार्रवाई (EOU Action On Bihar Corrupt Officials ) लगातार जारी है. इन्हीं भ्रष्ट अधिकारियों की लिस्ट में हाजीपुर के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी दीपक कुमार शर्मा का नाम तब शामिल हो गया है. जब निगरानी की छापेमारी में इनके घर से सवा दो करोड़ नकद सहित करोड़ों की संपत्ति के कागजात मिले. अब कार्रवाई बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गयी है. सत्ताधारी दल और विपक्षी में (Bihar Politics On Eou Raid) आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है.
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कांग्रेस के नेता ललन कुमार ने सरकार (Congress Reaction On EOU Action) पर निशाना साधते हुए कहा कि, जब बिहार में भ्रस्टाचार नहीं हो रहा है तो फिर इतनी भारी रकम अधिकारियों के घर से कैसे बरामद हो रही है. सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए. हमलोग शुरू से कहते रहे हैं कि बिहार में अधिकारियों की बहार है. यहां प्रशासनिक अधिकारी जमकर घूसखोरी कर रहे है. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ये बात मानने को तैयार ही नही रहते हैं. जिसका परिणाम सामने है.
'अभी भी बड़ी मछलियों को सरकार बचाने में लगी है. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में अभी भी कई बड़े अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. उनपर कार्रवाई नहीं की जा रही है. क्योंकि वो मुख्यमंत्री के नजदीकी हैं.':- ललन सिंह, कांग्रेस नेता
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