पटनाः बिहार सरकार शराबबंदी कानून (Liquor Ban In Bihar) को सफल बनाने के लिए अब शिक्षकों को भी इस काम में लगाने जा रही है. बिहार में अब शिक्षक शराबियों और शराब की आपूर्ति करने वालों की पहचान कर इसकी जानकारी मद्य निषेध विभाग को देंगे. इसके लिए शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को बाकायदा इसका आदेश जारी किया है. सरकार के इस आदेश का कांग्रेस विरोध (Congress Against Order To Teachers In Bihar) कर रही है.
इसे भी पढ़ें- कांग्रेस का सरकार पर तंज: ...तो क्या अब पियक्कड़ों और तस्करों को ढूंढेंगे शिक्षक, खुद सोचें CM नीतीश
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने बिहार सरकार पर तंज कसते हुए शिक्षकों के लिए इस आदेश को नायाब तोहफा बताया है. उन्होंने कहा कि बिहार में उच्च कोटि की शिक्षा देने के लिए सरकारी शिक्षकों को अब शराब माफियाओं की जासूसी करने की नई जिम्मेवारी दी है. शिक्षकों को जासूसी उनकी करनी है जो उनके क्षेत्र में चोरी छुपे शराब पीते हों, शराब बेचते हों या फिर शराब बनाते हों.
आगे उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के इस पत्र से यह मंशा जाहिर होती है कि बिहार में शिक्षा प्रणाली और विद्यार्थियों के भविष्य के साथ क्या खेल खेला जा रहा है. यह विद्यार्थियों के सांविधानिक अधिकारों का हनन है.