पटना: बीजेपी आज आपातकाल के विरोध में काला दिवस मना रही है. जिस पर विपक्ष ने तंज कसा और मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की हुई मौत पर आईना भी दिखाया. विपक्ष ने बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा है कि मुजफ्फरपुर में हुई मौत पर काला दिवस मनाएं.
'काला दिवस आपातकाल के विरोध में नहीं, मासूमों की मौत पर मनाएं'
बीजेपी के द्वारा आपातकाल के विरोध में काला दिवस मनाने पर कांग्रेस ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया है. मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की हुई मौत की याद दिलाते हुए इस पर काला दिवस मनाने की सलाह दी.
आपातकाल के विरोध में काला दिवस मनाने पर सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बीजेपी को बिहार में हुई बच्चों की मौत पर काला दिवस मनाना चाहिए. बिहार के उत्तरी और दक्षिणी भाग में चमकी और हीट वेव से सैंकड़ों बच्चों और लोगों की जान चली गई. सरकार लापरवाह बनकर बैठी रही. बिहार और केन्द्र दोनों जगह स्वास्थ्य मंत्रालय बीजेपी के पास है.
अश्विनी चौबे को नींद, मंगल पांडे को क्रिकेट की चिंता
राजेश राठौर ने आरोपों की बौछार लगाते हुए कहा कि अश्विनी चौबे सोने में लगे रहते हैं, तो मंगल पांडे को क्रिकेट स्कोर से मतलब है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि वो सबसे संवेदनहीन व्यक्ति हैं. उनको बच्चों की मौत से कोई मतलब नहीं है. गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर में हुई मौत पर सुप्रीम कोर्ट ने बिहार और केंद्र सरकार से जवाब मांगा है. 7 दिन के अंदर बिहार सरकार को जवाब देना है. विदित हो कि इंदिरा गांधी के कार्यकाल में 25 जून 1975 में आपातकाल लगाया गया था. जिसके विरोध में बीजेपी काला दिवस मना रही है.