पटना: भारत में बहुदलीय व्यवस्था है. लोकतांत्रिक प्रणाली में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों की अहम भूमिका है. समाज में विषमताओं के कारण कई क्षेत्रीय दल अस्तित्व में आए, लेकिन राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों में टकराव (Conflict Between National and Regional Parties) की स्थिति बनी रही. भले ही दोनों ने एक दूसरे का सहयोग लिया हो, इसके बावजूद राष्ट्रीय दलों की प्रतिक्रिया इस रूप में सामने आती रहती हैं, जो बताती हैं कि वे क्षेत्रीय दलों को लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सही नहीं मानते.
ये भी पढ़ें: भाजपा-जेडीयू के बीच बढ़ी तल्खी, बीजेपी बोली- 'क्षेत्रीय दल राष्ट्रीय अस्मिता के लिए खतरा'
वैसे भारत में ना केवल राष्ट्रीय दल हैं, बल्कि क्षेत्रीय और राज्यस्तरीय दलों की संख्या अच्छी खासी है. क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व का इतिहास भी पुराना है. पंजाब में 1920 से ही अकाली दल वहां की क्षेत्रीय राजनीति की जड़ जमाए हुए हैं. जबकि तमिलनाडु में साल 1949 में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) का गठन हुआ था. भारत में क्षेत्रीय दलों का गठन सामाजिक आर्थिक विषमता के अलावा जाति, धर्म, संप्रदाय और भाषा के आधार पर हुआ. 1952 में जब लोकसभा चुनाव हुए तो 25 क्षेत्रीय दलों को चुनाव आयोग द्वारा मान्यता दी गई. वर्तमान में चुनाव आयोग ने 58 क्षेत्रीय दलों को मान्यता दे रखी है.
हाल के कुछ वर्षों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सशक्त हो कर उभरी है. अकेले केंद्र में बहुमत में है. वहीं बिहार में जेडीयू के साथ मिलकर सालों से सरकार में है लेकिन हालिया दिनों में जब दोनों के बीच तल्खी बढ़ी तो बीजेपी नेताओं ने कहा दिया कि क्षेत्रीय दल राष्ट्रीय अस्मिता के लिए खतरा (Regional Parties are threat to National Identity) हैं. यहां तक कि इसे एक गिरोह तक की संज्ञा दे दी.
क्षेत्रीय दलों को राष्ट्रीय अस्मिता के लिए खतरा बताने पर बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने कड़ा ऐतराज जताया है. मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि क्षेत्रीय दलों का विरोध करना शर्मनाक है. इंद्र कुमार गुजराल, चंद्रशेखर और वीपी सिंह क्षेत्रीय दलों से थे और सभी लोग देश के प्रधानमंत्री बने थे, क्या वे लोग देश के लिए खतरा थे. बीजेपी भी क्षेत्रीय दलों के सहयोग से ही केंद्र की सत्ता में आई.
"जिन लोगों ने ये सवाल किया है, मैं उनसे जानना चाहता हूं कि क्या देश के पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह, चंद्रशेखर और इंद्र कुमार गुजराल के लिए इनकी टिप्पणी शोभा देती है. क्षेत्रीय दलों के सहयोग से विभिन्न राष्ट्रीय पार्टियों की केंद्र में सरकार बनी हैं"- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू
ये भी पढ़ें: CM नीतीश पर BJP का सबसे बड़ा हमला, संजय जायसवाल बोले- 'सुशासन की पुलिस शराब माफियाओं से मिली हुई है'