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हुजूर 7 साल पहले इसी जनता दरबार से आदेश हुआ पर आज तक जांच नहीं हुई

साल 2016 तक चले 'जनता दरबार' (Janta Darbar) के पांच साल बाद फिर से शुरू हुए दरबार में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता से रूबरू हो रहे हैं. आम लोगों की समस्याओं के निपटारे के लिए संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है. जनता दरबार में पहुंचे एक फरियादी ने बताया कि 7 साल पहले जनता दरबार में सीएम ने जो आदेश दिया था उसका आज तक पालन नहीं हुआ. पढ़िए पूरी खबर..

cm nitish kumar janta darbar
cm nitish kumar janta darbar

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Published : Sep 6, 2021, 2:05 PM IST

पटना:पांच साल बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) का जनता से सीधे रूबरू होना और आम लोगों की समस्याओं के निपटारे हेतु संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को निर्देशित करने का सिलसिला जारी है. मुख्यमंत्री के जनता दरबार(Janta Darbar) में फरियाद लेकर पहुंचे एक फरियादी ने कहा कि महोदय जिस मामले को लेकर जिले के जिला पदाधिकारी को जांच का आदेश दिया गया था, 7 साल बीत जाने के बाद भी आज तक जांच शुरू नहीं हुई.

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फरियादी ने कहा कि 7 साल पहले मुख्यमंत्री के इसी जनता दरबार से मामले की जांच के लिए निर्देश दिया गया था लेकिन डीएम ने आज तक उसकी जांच नहीं की. सीएम नीतीश कुमार ने तत्काल मामले को देखने के निर्देश दे दिए हैं.

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हम लगातार पदाधिकारियों का चक्कर लगाते रहे लेकिन इस मामले में कुछ नहीं किया गया.सात साल हो गए लेकिन मामले की जांच शुरू नहीं हुई- फरियादी

जनता दरबार में दहेज बंदी कानून की बिहार में लागू नहीं होने की फरियाद भी नीतीश कुमार के सामने आई, जब जनता दरबार में पहुंची एक महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति ने शादी की और उसके बाद उसे छोड़ दिया. मामला कोर्ट में लंबित है लेकिन उसके बाद भी उसने दूसरी शादी कर ली.

मामले को गंभीरता से लेते हुए नीतीश कुमार ने गृह सचिव को खुद फोन लगाकर कहा इस मामले को तुरंत देखिए. सीएम ने कहा कि अजीब स्थिति है मामला कोर्ट में है फिर भी व्यक्ति ने पत्नी को छोड़कर दूसरी शादी भी कर ली और इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

सीएम नीतीश आज गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं. कोरोना महामारी (Corona Pandemic)के कारण मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के निर्देश दे रखे हैं और 200 के आसपास ही लोग जनता दरबार कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं. जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका कोरोना टेस्ट करने के साथ उनका वैक्सीनेशन भी किया जएगा. जनता दरबार में आने वाले लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और फिर जिला प्रशासन की टीम उन्हें लेकर जनता दरबार पहुंचती है.

6 सितंबर को मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के बगल में बनाए गए विशेष हॉल में ये कार्यक्रम हो रहा है. जिसमें संबंधित विभाग के मंत्री और सभी आला अधिकारी मौजूद हैं. मुख्यमंत्री ऑन द स्पॉट लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. जनता दरबार में इस बार कोरोना गाइडलाइन का खास ध्यान रखा गया है.

हॉल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए चेयर लगाए गए हैं. हॉल के बाहर मेडिकल टीम की भी व्यवस्था है. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live, https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.

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