पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्लाज्मा डोनेशन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं. दधिचि देहदान समिति क्लासमेट डोनेट करने वालों को 1 हजार की प्रोत्साहन राशि देगी. वहीं एम्स पटना के साथ जयप्रभा, पारस, महावीर कैंसर संस्थान और भागलपुर मेडिकल काॅलेज अस्पताल को भी प्लाज्मा बैंक खोलने की अनुमति मिली है.
पटना: प्लाज्मा दान करने वालों को मिलेगी एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि - Deputy Chief Minister Sushil Kumar Modi
पटना में दधीचि देहदान समिति (बिहार) की ओर से ‘विश्व अंगदान दिवस’ पर आयोजित वर्चुअल आयोजन में प्रदेश भर के एक हजार से ज्यादा समिति सदस्यों को संबोधित किया गया. इस अवसर सुशील मोदी ने कहा कि प्लाज्मा दान करने वालों को एक हजार रुपये प्रोत्साहन के तौर पर दिया जाएगा. वहीं, 8 चिकित्सा महाविद्यालयों में चक्षु बैंक स्थापित की जा रही है.
समिति की ओर से वर्चुअल आयोजन
दधीचि देहदान समिति (बिहार) की ओर से ‘विश्व अंगदान दिवस’ पर आयोजित वर्चुअल आयोजन में प्रदेश भर के एक हजार से ज्यादा समिति सदस्यों को संबोधित किया गया. इस अवसर पर समिति के संरक्षक और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोरोना मरीजों के लिए प्लाज्मा दान करने वालों को एक हजार रुपये प्रोत्साहन के तौर पर दिया जाएगा. राज्य सरकार की ओर से भी प्लाज्मा दानकर्ताओं के लिए प्रोत्साहन राशि की शीघ्र घोषणा की जाएगी. उन्होंने कहा कि जो लोग कोरोना संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. वे कोरोना मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा दान करने को इच्छुक हैं, तो दधीचि देहदान समिति वैसे लोगों से पूरे बिहार में संपर्क कर उनकी सूची बनाएगी और उन्हें प्लाज्मा दान करने के लिए प्रोत्साहित करेगी.
8 चिकित्सा महाविद्यालयों में चक्षु बैंक स्थापित
इस अवसर पर आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना से डरने नहीं, सतर्क रहने की जरूरत है. कोरोना संक्रमितों में से मात्र 03 प्रतिशत को ऑक्सीजन, 02 प्रतिशत को आईसीयू और 01 प्रतिशत से भी कम को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है. बिहार में कोरोना से मृत्युदर 01 प्रतिशत से भी कम है. 85 प्रतिशत से ज्यादा संक्रमित 5 से 7 दिन के अंदर संक्रमणमुक्त हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 8 करोड़ 82 लाख की लागत से राज्य के 8 चिकित्सा महाविद्यालयों में चक्षु बैंक स्थापित करने का निर्णय लिया था. जिनमें से आईजीआईएमस, पीएमसीएच पटना के साथ भागलपुर और गया में स्थापित हो चुका है, बाकी चार जगहों पर भी शीघ्र ही कार्यरत हो जाएगा.