पटना : बिहार में वाणिज्य कर विभाग ने 16 व्यवसायियों पर कार्रवाई की है. इसमें 8.54 करोड़ की राशि की बिक्री छिपाने का मामला पाया गया एवं 04 मामलों में 2.95 करोड़ की राशि का माल जब्त किया गया. विभाग ने कार्रवाई के लिए 24 संयुक्त दल का गठन किया था. वाणिज्य कर विभाग की छापेमारी में 04 आर्किटेक्ट फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है.
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आर्किटेक्ट और इवेंट मैनेजमेंट फर्म पर कार्रवाई : चारो आर्किटेक्ट फर्म या तो अपने कर दायित्व का भुगतान अनुचित /गलत ITC से कर रहे हैं या विधिनुसार समुचित कर का भुगतान नहीं कर रहे हैं या अपना निबंधन कैंसिल कराने के वावजूद भी व्यवसाय कर रहे हैं. 04 वैसे इवेट मैंनेजमेंट फर्म के खिलाफ कार्रवाई की गयी, जो या तो समुचित कर का भुगतान नहीं कर रहे हैं या अपना निबंधन कैंसिल कराने के वावजूद भी व्यवसाय कर रहे हैं.
पटना में सबसे ज्यादा 10 व्यवसायियों पर कार्रवाई : वहीं आठ वैसे व्यवसायियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी, जो विगत वर्षों से अपने कर दायित्व का शत-प्रतिशत भुगतान इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) से करते आ रहे हैं एवं जिनका संव्यवहार संदिग्ध पाया गया. विभाग द्वारा इस अभियान के अन्तर्गत पटना जिला में 10, औरंगाबाद, मुंगेर, बेगूसराय, भोजपुर, गया एवं किशनगंज जिला में एक-एक, इस प्रकार, कुल 16 व्यवसायियों के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई की गयी.
8.54 करोड़ की बिक्री छुपाने का मामला : इस कार्रवाई के लिए विभाग द्वारा 24 संयुक्त दल का गठन किया गया, जिसमें कुल 76 पदाधिकारी शामिल थे. 19 अगस्त तक प्राप्त सूचना के अनुसार 06 मामलों में कुल 8.54 करोड़ रुपये की राशि का बिक्री छिपाने का मामला पाया गया एवं 04 मामलों में रु० 2.95 करोड़ की राशि का माल जब्त की गई है तथा एक मामले में व्यवसायी द्वारा कर के मद में 10 लाख रुपये का भुगतान भी किया गया है. विभागीय आयुक्त सह सचिव डॉ. प्रतिमा ने राज्य के करदाताओं से नियमित रूप से विधि अनुसार समुचित कर भुगतान करने की अपील की.
"सूचना मिलने तक विभागीय पदाधिकारियों द्वारा निरीक्षण की कार्रवाई जारी थी. विभागीय आयुक्त सह सचिव डॉ. प्रतिमा ने बताया गया कि टैक्स में गड़बड़ी करने वाले व्यवसायियों को चिह्नित करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की गयी है और आगे भी विभाग की कार्रवाई ऐसे व्यवसायियों के विरुद्ध जारी रहेगी". -डॉ. प्रतिमा, विभागीय आयुक्त सह सचिव