पटना: बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. प्रवासी मजदूरों में संक्रमण होने के ज्यादा आसार है. सरकार जांच की क्षमता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत थी. इसके लिए सरकार की तरफ से लगातार कोशिशें भी जारी थी. इसी क्रम में बुधवार को बिहार सरकार ने अत्याधुनिक मशीन मंगाया है. जिसके माध्यम से अब प्रतिदिन एक हजार जांच की जा सकती है. मामले की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने ट्वीट के माध्यम से दी है.
बिहार पहुंची कोबास मशीन, अब इससे हर दिन 1000 लोगों का हो सकेगा कोरोना टेस्ट- स्वास्थ्य मंत्री - Transition to migrant laborers
बिहार में कोरोना वायरस जांच की संख्या बढ़ाने को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे. सरकार के ऊपर इस बात का दबाव भी था. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इसी संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जांच प्रकिया को पूर्ण करने के लिए बिहार सरकार को अत्याधुनिक कोबास मशीन मिली है.
बिहार को हासिल हुआ कोबास मशीन
दरअसल, बिहार में कोरोना वायरस जांच की संख्या बढ़ाने को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे. सरकार के ऊपर इस बात का दबाव भी था. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इसी संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जांच प्रकिया को पूर्ण करने के लिए बिहार सरकार को अत्याधुनिक कोबास मशीन मिली है. उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने इसे भेजा है.
अब जांच में आएगी तेजी
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने ट्वीट कर कहा कि भारत सरकार के आईसीएमआर द्वारा कोबास मशीन आरएमआरआई पटना को भेज दिया गया है. वहीं, मशीन की क्षमता प्रतिदिन 1 हजार सैंपलों की जांच करने की है. साथ ही उन्होंने बताया कि अगले 27 तारीख से मशीन द्वारा जांच शुरू कर दिया जाएगा. कोबास मशीन से प्रतिदिन 1 हजार जांच की क्षमता बढ़ जाएगी.