पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का जनता दरबार (Janata Darbar) 5 साल बाद आज से फिर शुरू हो रहा है. इस बार मुख्यमंत्री आवास की जगह मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर (Chief Minister Secretariat Complex) में जनता दरबार का आयोजन हो रहा है. जनता दरबार में सीएम नीतीश कुमारके साथ सभी आला अधिकारी और संबंधित विभागों के मंत्री भी मौजूद हैं.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, कला संस्कृति, श्रम संसाधन और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुन रहे हैं. आज वे 200 लोगों फरियाद सुनेंगे. कार्यक्रम की वेबकास्टिंग बेल्ट्रॉन के माध्यम से होगी.
कोरोना (Corona) के कारण जनता दरबार में इस बार पहले की तरह मीडिया की एंट्री नहीं है. कोरोना गाइडलाइन का विशेष ख्याल रखा गया है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जनता दरबार में कुर्सियां लगायी गयी हैं. जितने भी शिकायतकर्ता हैं, उनका कोरोना टेस्ट कराया गया है. सभी का टीकाकरण भी हुआ है.
बता दें कि अप्रैल, 2006 में मुख्यमंत्री ने जनता दरबार शुरू किया था और मई 2016 तक लगातार यह कार्यक्रम चलता रहा. 10 सालों में 241 जनता दरबार के कार्यक्रम में 2,77,249 मामलों का निष्पादन भी किया गया.
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जनता दरबार की तैयारी पिछले लंबे समय से हो रही थी. मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव के बाद ही जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. उसी के बाद से तैयारी भी शुरू हो गई थी, लेकिन कोरोना के कारण इसमें विलंब हो गया है. जनता दरबार शुरू करने को लेकर मुख्य सचिव से लेकर डीएम स्तर तक लगातार बैठकें हुई थीं.