पटना:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शुक्रवार को हवाई सर्वेक्षण कर जहानाबाद, गया और औरंगाबाद जिले में अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये. अल्प वर्षापात के कारण इन जिलों में धान की रोपनी का आच्छादन काफी कम हुआ है.
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सीएम नीतीश ने किया हवाई सर्वेक्षण: मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण के दौरान जहानाबाद जिले के मोदनगंज, घोसी, मखदुमपुर प्रखण्ड, गया जिले के अतरी, वजीरगंज, टनकुप्पा, मोहनपुर, बाराचट्टी, डोभी, अमास, गुरूआ, गुरारू प्रखण्ड और औरंगाबाद जिले के मदनपुर, देव कुटुम्बा, नवीगंज, औरंगाबाद, रफीगंज और गोह प्रखण्ड में धान की रोपनी के आच्छादन का जायजा लिया. सीएम के हवाई सर्वेक्षण के क्रम में आज जहानाबाद, गया और औरंगाबाद जिलों में अच्छी बारिश हुई.
सुखे की स्थिति का लिया जायजा: सीएम नीतीश हवाई सर्वेक्षण के क्रम में गया एयरपोर्ट पर उतरे. जहां उन्होंने गया जिले के जिलाधिकारी से अल्प वर्षापात के कारण धान की रोपनी की स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिये. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति पर नजर रखें और किसानों को सहायता देने के लिए पूरी तैयारी रखें. डीजल अनुदान योजना पूरी के तहत किसानों को डीजल अनुदान का लाभ तेजी से दिलाएं. ताकि, उन्हें राहत मिल सके.
सर्वेक्षण के क्रम में अधिकारियों को दिए निर्देश: सीएम ने अधिकारियों ने निर्देश दिया कि संभावित सूखे की स्थिति में किसानों को हर संभव मदद देने की योजना बनाएं. किसानों को 16 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति करें. बिजली की उपलब्धता रहने से किसानों के लिये सिंचाई कार्य में सहूलियत होगी और जितने क्षेत्रों में धान की रोपनी हुई है, उसका बचाव हो सकेगा. वैकल्पिक फसल योजना के तहत इच्छुक किसानों को जल्द-से-जल्द बीज उपलब्ध कराएं. ताकि, किसानों को कृषि कार्य में राहत मिल सके.
सड़क मार्ग से लौटे पटना: सर्वेक्षण के बाद सीएम नीतीश गया से सड़क मार्ग से पटना लौटे. पटना वापस लौटने के क्रम में उन्होंने मानपुर, खिजरसराय, ईस्लामपुर, एकंगरसराय, हिलसा, दनियावां और फतुहा प्रखण्ड के क्षेत्रों में धान की रोपनी की स्थिति का भी अवलोकन किया. हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार, आपदा सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल मौजूद थे.
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