पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ कोविड-19 से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों से आए बिहार के लोगों की पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर डोर टू डोर स्क्रीनिंग करने के दौरान अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को चिन्हित कर उनकी टेस्टिंग करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से जल्द से जल्द टेस्टिंग कैपेसिटी बढ़ाने का भी निर्देश दिया.
गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों की टेस्टिंग पर सीएम का जोर
बिहार में लॉकडाउन 5.0 केंद्र सरकार के गाइडलाइन के अनुसार ही लागू होगा. लेकिन बिहार सरकार की ओर से कई तरह के एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं.
1. पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर डोर टू डोर स्क्रीनिंग में अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को चिन्हित कर उनकी स्क्रीनिंग करने पर मुख्यमंत्री ने जोर दिया. मुख्यमंत्री ने गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों की टेस्टिंग सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया.
2. इसके साथ वृद्धजन, गर्भवती महिलाओं की भी टेस्टिंग की आवश्यकता बताई, क्योंकि उनमें संक्रमण से खतरा अधिक है.
3. मुख्यमंत्री ने अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पताल और निजी क्लीनिक, नर्सिंग होम का संचालन भी सुचारू रूप से हो इस पर जोर दिया.
4. मुख्यमंत्री ने सभी जिलों और चिन्हित स्वास्थ्य संस्थानों में टेस्टिंग की अधिकाधिक व्यवस्था सुनिश्चित कराने का अधिकारियों को निर्देश दिया. नए उपकरणों के माध्यम से टेस्टिंग में और तेजी लाने के लिए भी कहा.