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CM नीतीश ने अधिकारियों को दिए निर्देश, 'जल निकासी का काम तेजी से करें'

पटना में एनडीआरफ की 6 टीम के 225 जवान और एसडीआरएफ की 2 टीम के 81 जवान लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर रहे हैं. यहां जलजमाव में फंसे लोगों के बीच एयरफोर्स के चॉपर से राहत फूड पैकेट बांटे जा रहे हैं. साथ ही 6 स्थानों पर समुदायिक किचन भी चलाए जा रहे हैं. मरीजों के लिए घर से हॉस्पिटल तक एम्बुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है.

cm nitish kumar

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Published : Oct 1, 2019, 11:06 AM IST

Updated : Oct 1, 2019, 12:09 PM IST

पटना: राजधानी में बारिश सोमवार से थमी हुई है. बारिश थमने के बाद लोगों ने घर से निकलकर खाने-पीने का सामान, पीने का पानी और दवाइयां जुटानी शुरू कर दी. हालांकि, अच्छी खबर ये है कि मंगलवार को बारिश की संभावना नहीं है. दूसरी तरफ, रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया.

डिवाटरिंग पंप से निकाले जा रहे पानी
पटना में जनजीवन सामान्य होने में अभी वक्त लगेगा. जलजमाव के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शहर में जलनिकासी के लिए डिवाटरिंग पंप लगाए गए हैं, जिससे जल्द ही पानी निकासी हो सकेगी. वहीं, राजधानी पटना के जलमग्न इलाकों में फंसे लोगों के बीच सोमवार को वायुसेना के हेलिकॉप्टर से खाने के पैकेट और अन्य आवश्यक सामग्री गिरायी गयी. राहत कार्य के लिए मंगलवार को भी एक और हेलिकाप्टर की मदद ली जाएगी.

मुख्य सचिव दीपक कुमार का बयान.

चॉपर से बांटे जा रहे हैं फूड पैकेट
पटना में एनडीआरफ की 6 टीम के 225 जवान और एसडीआरएफ की 2 टीम के 81 जवान लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने में जुटे हुए हैं. यहां जलजमाव में फंसे लोगों के बीच एयरफोर्स के चॉपर से राहत फूड पैकेट बांटे जा रहे हैं. राहत फूड पैकेट में मोमबत्ती, चूड़ा, गुड़, माचिस, दूध के पैकेट और पानी के बोतल दिए जा रहे हैं. यहां 6 स्थानों पर समुदायिक किचन भी चलाए जा रहे हैं. मरीजों के लिए घर से हॉस्पिटल तक एम्बुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है.

वायू सेना का हेलिकॉप्टर

मुख्यमंत्री ने किया एरियल सर्वे
जिलाधिकारी कुमार रवि के नेतृत्व में सोमवार को एसडीआरएफ के दल ने तीन दिनों से पटना के राजेंद्र नगर इलाके में जलजमाव के कारण घर में फंसे उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और उनके परिवार के सदस्यों को नौका से सुरक्षित जगह पहुंचा.

हवाई सर्वेक्षण करते सीएम नीतीश कुमार

घर में फंसी थीं शारदा सिन्हा, NDRF ने किया रेस्क्यू
एनडीआरएफ के दल ने राजेंद्रनगर के रोड नंबर छह में जलजमाव के कारण फंसी मशहूर गायिका शारदा सिन्हा और उनके परिवार के सदस्यों को सुरक्षित उनके आवास से निकाला. उनलोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.

जलजमाव में फंसी शारदा सिंहा

श्रीकृष्णापुरी में रामविलास पासवान का घर जलमग्न
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान का घर भी इस बारिश में जलमग्न हो गया था. वह श्रीकृष्णापुरी इलाके में स्थित अपने घर के बजाय एक होटल में शरण लिए हुए हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के अपने संसदीय क्षेत्र में लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा. रामविलास पासवान के हाजीपुर पहुंचते ही बारिश और बाढ़ से परेशान लोगों ने उन्हें घेर लिया औ कहा कि वो अपने सामने पानी निकलवा कर ही यहां से जाएं.

लोगों से घिरे रामविलास पासवान

पप्‍पू यादव ने बांटी राहत सामग्री
मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने एनडीआरएफ की एक नौका पर सवार होकर राजेंद्रनगर के जलमग्न इलाकों में फंसे लोगों के बीच नकदी और खाद्य सामग्री एवं पेयजल की बोतल वितरित की.

डिप्टी सीएम सुशील मोदी को किया गया रेस्क्यू

अधिकारियों को निर्देश- जल निकासी का काम तेजी से करें
भारी बारिश से प्रभावित और बाढ़ग्रस्त इलाकों की समीक्षा किए जाने के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बारिश के बाद जहां अधिक जलभराव की स्थिति है, उसकी निकासी का काम तेजी से करें. जहां नदियों के जलस्तर में वृद्धि की स्थिति बनती है, वहां सभी जिलाधिकारी राहत शिविर के लिए जगहों का चयन कर लें और स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि, नदियों के जलस्तर पर निगरानी रखी जाय. लोगों को खाने के लिए सामुदायिक रसोई की व्यवस्था सुनिश्चित रखें और जहां जरूरत हो उसकी संख्या बढायें. दवा की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए.

समीक्षा बैठक करते सीएम नीतीश कुमार

अधिकारियों को राहत कार्य पर नजर रखने के आदेश
उन्होंने कहा कि जिले के प्रभारी अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव एवं सचिव संबंधित जिले में जाकर दो-तीन दिन कैम्प कर स्थिति की जानकारी लें और किये जा रहे राहत कार्यों पर नजर रखें. जिन जिलों में आदर्श आचार संहिता लागू नहीं है, वहां प्रभारी मंत्री भी कैम्प करें और राहत कार्यों पर नजर रखें.

एनडीआरएफ की टीम कर रही बचाव कार्य

'लोगों को खाने के पैकेट घरों में पहुंचायें'
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना में जहां ट्रैक्टर जाना संभव नहीं हो, वहां खाने के पैकेट का वितरण हेलिकॉप्टर के माध्यम से मंगलवार से और ज्यादा मात्रा में करायें. जहां जाने की सुविधा हो, वहां लोगों को खाने के पैकेट घरों में पहुंचायें. उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में दिन-रात गश्ती कार्य भी करें ताकि लोगों का मनोबल बढ़ा रहे और असामाजिक तत्वों पर भी कड़ी नजर रखें. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराकर उनका विश्वास जीतें.

लोगों को जेसीबी से किया गया रेस्क्यू

18 टीमें चौबीसों घंटे राहत कार्य में जुटीं: मुख्य सचिव
मुख्यमंत्री के भारी बारिश से प्रभावित और बाढ़ग्रस्त इलाकों की समीक्षा किए जाने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि पटना शहर से जल निकासी का काम पंप के जरिए लागातर जारी है. एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के कमांडेंट विजय सिन्हा ने कहा कि 200 से अधिक कर्मी 36 नावों की मदद से पटना के जलभराव वाले इलाकों में फंसे लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण करने के साथ उन्हें जलमग्न इलाके से निकालने में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा राज्य में हमारी 18 टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं और अब तक 3,000 से अधिक लोगों को बचाया गया है.

जलजमाव से लोगों को भारी परेशानी
Last Updated : Oct 1, 2019, 12:09 PM IST

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