पटनाःजेडीयू में आरसीपी सिंह के बाद अब उपेंद्र कुशवाहाबगावती रवैया अपनाए हुए है. वो लगातार सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं और ये भी कह रहे कि वो अपना हिस्सा लेंगे. कहीं जाएंगे नहीं. एक बार फिर उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि नीतीश कुमार ने तब मुझे बुलाया जब जेडीयू कमजोर हो गई, इस पर नीतीश कुमार ने पत्रकारों को हंसते हुए लहजे में जवाब दिया और कहा कि जब जानते थे कि कमजोर हो गई हैं जेडीयू, तो आएं क्यों?
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नीतीश कुमार ने कहा कि वो कहीं भी कुछ भी बोल रहे हैं, फ्रेस कांफ्रेस कर रहे हैं, और आप लोग हमसे पूछ रहे हैं. वो हमसे कुछ कहते तब ना. जब पार्टी कमजोर थी तो आएं क्यों. बताईये ना हमको इन सब बातों से कोई लेना देना नहीं है, उसको जो करना है करे. हालांकि सीएम नीतीश ने गुरुवार को ये भी कहा था कि कोई बात है तो उन्हें अपनी बात खुद आकर उनसे कहनी चाहिए थी, यूं इस तरह सोशल मीडिया में आकर, ट्वीट करके बयानबाजी करने की जरूरत नहीं थी. सीएम नीतीश ने साफ संकेत दिया था कि उन्हें पार्टी उन्हें निकालेगी नहीं.. 'उन्हें रहना हो तो रहें या जाना हो तो जाएं..'
"अरे भाई चले गए थे फिर आए , तो पता ही था कि हमलोग की 43 सीट हो गई है, तो फिर क्यों आए. उसका दुख तो है, ये सबको पता है कि हमलोग कम सीटे जीते ये क्यों हुआ, क्योंकि जिनके साथ थे वो एक वोट नहीं दिए और उनको हमारा पूरा वोट मिला".अब वो इधर उधर कुछ भी लिख रहे हैं बोल रहे हैं, तो करें. आप लोग हमसे पूछते हैं. हम क्या बताएं उनको जो करना हैं करें"-नीतीश कुमार, सीएम
क्या बोले थे उपेंद्र कुशवाहा ःआपको बता दें कि इससे पहले भी सीएम नीतीश कुमार ने अपने एक बयान में कहा था कि जितना जल्दी हो पार्टी से चले जाएं. इसी बयान के बाद उपेंद्र कुशवाहा और नाराज दिखे और उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर सीएम नीतीश कुमार पर आज निशाना साधा और कहा कि नीतीश कुमार मुझे कहते हैं कि पार्टी में कितने बार आए गए. लेकिन मैं अकेला नहीं हूं जो पार्टी में अकला आया और गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष भी पार्टी में आए गए लेकिन उनके बारे में कुछ नहीं कहते हैं. पार्टी में दो बार हम आए लेकिन तीन बार कहते हैं, यह सुनकर हंसी आती है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि वो अपने बेटे की कसम खाकर कहें कि उन्होंने नहीं बुलाया था. बहरहाल सीएम नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा के बीच चली ये जुबानी जंग क्या रंग लाती है, ये तो समय ही बताएगा.