पटना: बिहार में देश में अपने तरीके का पहला डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माण हो रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्माणाधीन राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य में हो रहे विलंब पर नाराजगी जताई और जल्द से जल्द डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र का निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य की अद्यतन प्रगति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को बताया कि जी प्लस टू संरचना में पुस्तकालय, सेमिनार और अकादमिक हॉल के साथ विभिन्न प्रयोगशालायें होंगी. मुख्यमंत्री ने नये राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र के अंतर्गत निर्माण किए जा रहे विभिन्न भागों का निरीक्षण किया और कहा कि राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र के निर्माण के पीछे की अवधारणा है कि एक ही छत के नीचे भारत के राष्ट्रीय जलीय पशु गंगा डॉल्फिन से संबंधित सभी प्रकार के अनुसंधान किये जा सकेंगे और उनका संरक्षण हो सकेगा.
राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निर्माण : यह शोध संस्थान अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त भारत के राष्ट्रीय जीव गंगा डॉल्फिन के लिये एक मुख्य शोध केन्द्र बनेगा. यह पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी उत्कृष्ट होगा. गंगा नदी के इस अनुसंधान केन्द्र से सटे होने से डाल्फिन के व्यवहार का अध्ययन किया जा सकेगा. राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केन्द्र का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. जब इस केन्द्र का संचालन शुरू हो जायेगा तो यह केन्द्र गंगा डॉल्फिन के संरक्षण और अध्ययन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा.